छह सदस्यीय समिति बनाने का विरोध
टिहरी विस्थापित कॉलोनी में सामुदायिक केंद्र, पानी की व्यवस्था और अन्य संसाधनों का संचालन करने के लिए छह सदस्यीय समिति बनाने का जबरदस्त विरोध हो रहा है। लोगों ने जांच में दोषी पाए गए लोगों को समिति...
टिहरी विस्थापित कॉलोनी में सामुदायिक केंद्र, पानी की व्यवस्था और अन्य संसाधनों का संचालन करने के लिए छह सदस्यीय समिति बनाने का जबरदस्त विरोध हो रहा है। लोगों ने जांच में दोषी पाए गए लोगों को समिति में रखने का आरोप लगाया गया है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि पुनर्वास विभाग के अधिकारियों की मुख्यमंत्री से शिकायत कर जांच की मांग की जाएगी।
रोशनाबाद जवाहर नवोदय विद्यालय के पास स्थित टिहरी विस्थापित कॉलोनी में वाटर पंप, सामुदायिक केंद्र और अन्य सामूहिक संसाधनों का उपयोग करने के साथ रखरखाव की जिम्मेदारी नवोदय नगर समिति पर है। समिति पर सामुदायिक केंद्र का अधिक किराया और पानी का ज्यादा बिल वसूले जाने के आरोप लगाए गए थे। टिहरी विस्थापित जनकल्याण समिति के कोषाध्यक्ष जयकिशन न्यूली के अनुसार समिति की जांच पुर्नवास विभाग के अधिशासी अभियंता आरके गुप्ता ने की थी और जांच में आरोप सही पाए गए थे। लेकिन अब अधिकारी आरोपी समिति की भाषा बोल रहे हैं। शुक्रवार को आरके गुप्ता और अधीक्षण अभियंता चंद्रमोहन पांडे ने कालोनी पहुंचकर दोनों पक्षों के तीन तीन आदमियों को शामिल करके एक छह सदस्यीय कमेटी बनाने की बात कही। जिसका जबरदस्त विरोध किया गया। जयकिशन न्यूली ने बताया कि जिस अधिकारी ने जांच में नवोदय नगर विकास समिति के पदाधिकारियों को दोषी ठहराया वही उन्हें समिति में शामिल करने की बात कर रहे हैं। इस दौरान समरपाल, अतुल गुंसाई, जयकिशन न्यूली, एसपी सिंह, महिपाल गुंसाई, एसपी जुयाल, सत्यप्रकाश कंछवाल, कुंवर सिंह बिष्ट, महावीर रावत और राकेश शर्मा उपस्थित रहे।
वहीं पुर्नवास विभाग के अधीक्षण अभियंता चंद्रमोहन पांडे का कहना है कि सामुदायिक केंद्र और पानी की व्यवस्था से होने वाली आमदनी को लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा है। यदि मामला नहीं सुलझा तो जिलाधिकारी को भेज दिया जाएगा।