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पतंजलि में नए शास्त्र लेखन पर संगोष्ठी

पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि योग पीठ ने हमेशा राष्ट्रवाद संस्कृति हित के लिए लीक से हटकर नए-नए कार्य एवं अनुसंधानों को...

पतंजलि में नए शास्त्र लेखन पर संगोष्ठी
हिन्दुस्तान टीम,हरिद्वारSun, 11 Aug 2019 11:42 PM
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पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि योग पीठ ने हमेशा राष्ट्रवाद संस्कृति हित के लिए लीक से हटकर नए-नए कार्य एवं अनुसंधानों को किया। इसी श्रृंखला में देश में पहली बार नए मंत्री शास्त्र निर्माण मंत्री एवं लोगों की रचना के विषय में देश के विभिन्न विद्वानों के साथ गहन मंत्रणा की गई। यह बातें उन्होंने पतंजलि योगपीठ में नए शास्त्र लेखन को लेकर संगोष्ठी में कही। उन्होंने कहा कि योग आयुर्वेद सहित विविध विषयों में शास्त्र लेखन से जहां हमारी सांस्कृतिक वैभव की वृद्धि होगी, वही इन विषयों पर शास्त्रों की संरचना होने से आज दुनिया में जो पेटेंट की होड़ मची है उन लोगों से अपनी योग आयुर्वेद की विधा को बचाने में सहयोग प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा में शास्त्रीय शैली में अनुसंधान परक विषयों की श्लोक रचना होने से ट्रेडिशनल नॉलेज की श्रेणी में हमारी विधाएं हमारा ज्ञान, विज्ञान सुरक्षित हो जाएगा। दुनियां हमारे ज्ञान की चोरी या पेटेंट नहीं करा पाएगी। इसके लिए अनेक विषयों में सैकड़ों ग्रंथों की रचना उसके लिए लाखों श्लोकों के निर्माण करने के संबंध में विचार किया गया। संगोष्ठी में आचार्य महावीर प्रसाद, डॉ. सत्यपाल शर्मा, रविंद्र शर्मा, सुभाष चंद्र कौशिक, प्रो. मनोहर लाल शर्मा, स्वामी परमार्थ देव आदि शामिल रहे।

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