जीवन शैली को सुधारने में महत्त्वपूर्ण है साधना : डॉ. पण्ड्या
देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि साधना जीवन शैली को सुधारने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती...
देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि साधना जीवन शैली को सुधारने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। योग, ध्यान, साधना के माध्यम से अपने तन को स्वस्थ और मन को संतुलित रखते हुए अपने पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन को सुखद बना सकते हैं।वे बुधवार को देसंविवि के मृत्युंजय सभागार में आयोजित नवरात्र साधना में जुटे युवाओं, साधकों को संबोधित कर रहे थे। कुलाधिपति ने कहा कि परिस्थिति और मनःस्थिति के बीच के तालमेल को जीवनशैली कहते हैं। हमारी जीवनशैली हमारे मन और शरीर दोनों को प्रभावित करती है। इससे पूर्व सितार, बांसुरी की धुन के साथ प्रस्तुत गीत महाकाल की चली सवारी, चलो साथ हो जाए .. ने उपस्थित साधकों को आनंदित कर दिया। इस अवसर पर कुलपति शरद पारधी, प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या, कुलसचिव संदीप कुमार आदि शामिल थे।