ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड हरिद्वारहरिद्वार में श्रद्धा के साथ मनाया गया रक्षाबंधन

हरिद्वार में श्रद्धा के साथ मनाया गया रक्षाबंधन

सोमवार को शहर और देहात क्षेत्र में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके दीर्घायु जीवन और सुख की कामना की। वहीं, भाइयों ने बहनों की रक्षा...

सोमवार को शहर और देहात क्षेत्र में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके दीर्घायु जीवन और सुख की कामना की। वहीं, भाइयों ने बहनों की रक्षा...
1/ 2सोमवार को शहर और देहात क्षेत्र में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके दीर्घायु जीवन और सुख की कामना की। वहीं, भाइयों ने बहनों की रक्षा...
सोमवार को शहर और देहात क्षेत्र में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके दीर्घायु जीवन और सुख की कामना की। वहीं, भाइयों ने बहनों की रक्षा...
2/ 2सोमवार को शहर और देहात क्षेत्र में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके दीर्घायु जीवन और सुख की कामना की। वहीं, भाइयों ने बहनों की रक्षा...
हिन्दुस्तान टीम,हरिद्वारTue, 04 Aug 2020 11:52 PM
ऐप पर पढ़ें

सोमवार को शहर और देहात क्षेत्र में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके दीर्घायु जीवन और सुख की कामना की। वहीं, भाइयों ने बहनों की रक्षा का प्रण लिया और उनको आकर्षक उपहार भी दिये।

पर्व को लेकर शहर में सुबह से ही लोगों की चहल-कदमी दिखी। खासकर छोटे बच्चों में गजब का उत्साह दिखा। पंचांग के अनुसार 9:28 बजे तक भद्रा का प्रभाव रहा। 9:29 बजते ही रक्षाबंधन के पर्व की शुरुआत हुई। इसके बाद भाई बहनों ने इस त्योहार को श्रद्धा के साथ मनाया। बहनों ने भाइयों की आरती उतारी और रक्षासूत्र बांधने तक व्रत भी रखा। राखी बांध कर भाई के लंबी आयु की ईश्वर से कामना की। भाइयों ने भी अपने बहनों की आजीवन रक्षा का संकल्प का वचन दिया। पंडित प्रतीक मिश्रपुरी के अनुसार भद्रा काल मे राखी बांधना अशुभ प्रभाव डालता है। इसलिए भद्रा काल समाप्त होने के बाद ही रक्षा सूत्र बांधना सर्वथा उचित होता है। 9:29 बजे के बाद ही धर्मनगरी में यह त्योहार मनाया गया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें