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हरकी पैड़ी पर पहरे के बीच हुआ पितृ अमावस्या का स्नान

हरिद्वार में गुरुवार को हरकी पैड़ी पर पुलिस के पहरे और भीड़ के बीच पितृ अमावस्या का स्नान हुआ। गंगा घाटों पर भी पुलिस की नजर बनी रही। नारायणी शिला बंद होने पर लोगों ने कुशावर्त घाट के अलावा अन्य गंगा...

हरिद्वार में गुरुवार को हरकी पैड़ी पर पुलिस के पहरे और भीड़ के बीच पितृ अमावस्या का स्नान हुआ। गंगा घाटों पर भी पुलिस की नजर बनी रही। नारायणी शिला बंद होने पर लोगों ने कुशावर्त घाट के अलावा अन्य गंगा...
1/ 2हरिद्वार में गुरुवार को हरकी पैड़ी पर पुलिस के पहरे और भीड़ के बीच पितृ अमावस्या का स्नान हुआ। गंगा घाटों पर भी पुलिस की नजर बनी रही। नारायणी शिला बंद होने पर लोगों ने कुशावर्त घाट के अलावा अन्य गंगा...
हरिद्वार में गुरुवार को हरकी पैड़ी पर पुलिस के पहरे और भीड़ के बीच पितृ अमावस्या का स्नान हुआ। गंगा घाटों पर भी पुलिस की नजर बनी रही। नारायणी शिला बंद होने पर लोगों ने कुशावर्त घाट के अलावा अन्य गंगा...
2/ 2हरिद्वार में गुरुवार को हरकी पैड़ी पर पुलिस के पहरे और भीड़ के बीच पितृ अमावस्या का स्नान हुआ। गंगा घाटों पर भी पुलिस की नजर बनी रही। नारायणी शिला बंद होने पर लोगों ने कुशावर्त घाट के अलावा अन्य गंगा...
हिन्दुस्तान टीम,हरिद्वारFri, 18 Sep 2020 03:01 AM
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हरिद्वार में गुरुवार को हरकी पैड़ी पर पुलिस के पहरे और भीड़ के बीच पितृ अमावस्या का स्नान हुआ। गंगा घाटों पर भी पुलिस की नजर बनी रही। नारायणी शिला बंद होने पर लोगों ने कुशावर्त घाट के अलावा अन्य गंगा घाटों पर पितृ का विर्सजन किया।

गुरुवार को पितृ विसर्जनी अमावस्या के साथ ही पितृपक्ष यानि श्राद्ध पक्ष का समापन हो गया है। अमावस्या पर हजारों लोगों ने कर्म कांड कर पितरों को तर्पण दिया। इस दिन ऐसे पितरों को तर्पण दिया जाता है, जिनकी मृत्यु की तिथि पता नहीं होती। कोविड-19 को लेकर नारायणी शिला बंद रही। इसी कारण लोगों ने अन्य गंगा घाटों में पहुंचकर तर्पण किया। हरकी पैड़ी पर भीड़ के बीच लोगों ने स्नान किया। अन्य दिनों की अपेक्षा गुरुवार को हजारों की संख्या में यात्री हरकी पैड़ी पर नजर आए। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सिटी डॉ. पूर्णिमा गर्ग ने स्नान पर नजर रखी। पुलिसकर्मी हरकी पैड़ी के बैरियर पर खड़े दिखाई दिए। दोपहर की अपेक्षा सुबह खासी भीड़ नजर आई। जिन लोगों ने आश्विन पूर्णिमा पर श्राद्ध नहीं किया, उन्होंने भी सर्वपितृ अमावस्या पर पितरों का श्राद्ध और तर्पण कर पितरों को मोक्ष दिलाया। वहीं, श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर स्नान कर पुण्य अर्जित किया। लोगों ने पितरों के निमित्त वस्त्र, भोजन, पिंडदान सहित अन्य वस्तुएं दान दी। आमतौर पर पितृ अमावस्या के अगले दिन नवरात्र शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। वहीं पंचपुरी के घरों में भी पितरों को विदाई दी गई।

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