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तहसील दिवस पर उमड़े फरियादी, सुनी 72 शिकायतें

हरिद्वार तहसील में महीने के पहले मंगलवार को तहसील दिवस का आयोजन किया गया। इसमें फरियादियों की भारी भीड़ उमड़ी। जिलाधिकारी सहित तमाम विभागों के अधिकारियों ने कुल 72 शिकायतें सुनी। डीएम ने तत्काल सभी...

तहसील दिवस पर उमड़े फरियादी, सुनी 72 शिकायतें
हिन्दुस्तान टीम,हरिद्वारTue, 01 Aug 2017 06:11 PM
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हरिद्वार तहसील में महीने के पहले मंगलवार को तहसील दिवस का आयोजन किया गया। इसमें फरियादियों की भारी भीड़ उमड़ी। जिलाधिकारी सहित तमाम विभागों के अधिकारियों ने कुल 72 शिकायतें सुनी। डीएम ने तत्काल सभी शिकायतों के निस्तारण के निर्देश मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को दिए। फरियादियों में सबसे ज्यादा शिकायतें पेंशन, मुआवजा, जमीन के कब्जे और प्रमाण पत्रों से जुड़ी रही।मंगलवार की सुबह 10 बजे से पहले ही तहसील में फरियादियों का जमावड़ा लगने लगा था। फरियादियों की शिकायतों के रजिस्ट्रेशन के लिए अलग से काउंटर लगाया गया। जिलाधिकारी दीपक रावत के पहुंचने पर क्रमानुसार शिकायतें सुनी गई। गाजीवाली से आए आनंद नेगी ने चकबंदी न होने की समस्या बताई। सलेमपुर महदूद के बिजेन्द्र ने जमीन पर रातोंरात कब्जे की शिकायत की। सहारनपुर से आई विवाहिता ने अपनी फरियाद सुनाते हुए कहा कि फेरुपुर निवासी पति की मौत के बाद से ससुराल वालों ने उसे मारपीट कर बाहर निकाल दिया था। तब से वह मायके में रहती आ रही है, ससुराल वाले उसका और बेटे का हिस्सा नहीं दे रहे हैं। डीएम ने पीड़िता को खुद विधिक सेवा प्राधिकरण का नंबर उपलब्ध कराया। चौधरी चरण सिंह ने शहर में कूड़ेदान से बाहर कूड़ा फेंकने की शिकायत करते हुए ऐसा करने वालों पर जुर्माना लगाने की अपील की। साथ ही रेलवे फाटक ज्वालापुर में यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए पुलिसकर्मी तैनात करने को भी कहा। पथरी क्षेत्र के फेरुपुर, मिस्सरपुर, पंजनहेड़ी से आए कई ग्रामीणों ने अभी तक हाथियों से बरबाद फसल का मुआवजा न मिलने की जानकारी दी। डीएफओ ने बताया कि ड्राफ्ट तैयार हैं, जल्द किसानों को मुआवजा दे दिया जाएगा। फेरुपुर निवासी बीरबल ने बताया कि मिट्टी खुदान के नाम पर अवैध खनन किया जा रहा है। पैमाइश के बाद भी खनन जारी है। डीएम ने एसडीएम व तहसीलदार को कार्रवाई के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कुल 72 शिकायतें सुनने के बाद समाज कल्याण अधिकारी, ऊर्जा निगम, वन विभाग, सिंचाई विभाग, शिक्षा विभाग, पुलिस सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को मौके पर ही निर्देशित किया।===============तहसील से जुड़ी शिकायतों का खुला पिटारातहसील दिवस पर खुद हरिद्वार तहसील से जुड़ी समस्याओं का पिटारा खुला। तहसील के अधिवक्ता सुखबीर सिंह चौहान ने बताया कि शौचालय का रास्ता बंद कर दुकान का निर्माण कर दिया गया है। तहसील में सफाई कार्य करने वाली महिला कर्मचारी ने बताया कि पूरे तहसील परिसर की सफाई के लिए उसे सिर्फ सात हजार रुपये मिलते हैं। डीएम दीपक रावत ने एसडीएम मनीष कुमार को निर्देश दिए कि किसी भी कर्मचारी को न्यूनतम मजदूरी जरूर मिलनी चाहिए। दस्तावेज लेखक संघ के अध्यक्ष महिपाल सिंह ने बताया कि तहसील में सफाई व्यवस्था लचर है। पेयजल और शौचालय के इंतजाम भी नाकाफी है। डीएम ने एचआरडीए सचिव बंशीधर तिवारी से जानकारी लेकर बताया कि तहसील में एचआरडीए की ओर से दो महीने के भीतर शौचालय बना दिया जाएगा।============कांग्रेसी नेता को फटकारातहसील दिवस पर एक कांग्रेसी नेता भी अपनी फरियाद लेकर पहुंचा। अक्सर अधिकारियों की शिकायतों का पुलिंदा लेकर घूमने वाले देहात के इस कांग्रेस नेता का कहना था कि तहसील के अधिकारियों ने गलत तरीके से पट्टों की श्रेणी बदल दी है। बातचीत में पता चला कि मामला तहसीलदार न्यायालय में विचाराधीन है। इस पर डीएम ने कहा कि हम न्यायालय का सम्मान करते हैं। मामला विचाराधीन है तो उस पर कोई चर्चा नहीं होगी। तर्क वितर्क करने पर डीएम ने कांग्रेस नेता को फटकार लगाकर रवाना किया।================मासिक आय पता नहीं, बंदूक का लाइसेंस चाहिएतहसील दिवस पर बुग्गावाला से पहुंचे एक फरियादी ने बताया कि उसका बंदूक का लाइसेंस नहीं बनाया जा रहा है। डीएम ने ग्रामीण से पूछा कि उसकी सालाना आय की कितनी है, इस पर ग्रामीण बगले झांकने लगा। फिर डीएम ने मासिक आय पूछी तो ग्रामीण का कहना था कि यह बताना मुश्किल है। तब डीएम ने कहा कि मासिक आय का पता नहीं और आपको बंदूक का लाइसेंस चाहिए। यह कहकर उसे जाने के लिए कह दिया गया।

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