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आधुनिक होनी चाहिए हिंदी की शिक्षण पद्धति

उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के हिन्दी एवं भाषा विज्ञान विभाग द्वारा भारत एवं वैश्विक सन्दर्भ में हिन्दी शिक्षण संशय और समाधान विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई।सोमवार को आयोजित गोष्ठी के मुख्य अतिथि...

आधुनिक होनी चाहिए हिंदी की शिक्षण पद्धति
हिन्दुस्तान टीम,हरिद्वारMon, 18 Sep 2017 10:32 PM
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उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के हिन्दी एवं भाषा विज्ञान विभाग द्वारा भारत एवं वैश्विक सन्दर्भ में हिन्दी शिक्षण संशय और समाधान विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई।सोमवार को आयोजित गोष्ठी के मुख्य अतिथि के रूप में न्यूयार्क विश्वविद्यालय अमेरिका की हिन्दी विदुषी प्रो. ग्रैबिएला निक इलेवा ने कहा कि यद्यपि मैं धारा प्रवाह शैली में अपनी बात नहीं रख सकती। फिर भी हिन्दी और भारतीय संस्कृति के साथ-साथ विदेशों में हिन्दी शिक्षण के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं के बारे में अपनी बात रखती हूँ। इलेवा ने कहा कि विश्व के पटल पर हिन्दी का मान बड़ा है। उन्होंने हिन्दी को आध्यात्म दर्शन, इतिहास एवं समसामयिक विषयों को जोड़ते हुए कहा कि हिन्दी की वैश्विक स्थिति अनेक क्षेत्रों में मुखरित हो रही है। आज के समय में हिन्दी का वैश्विक साम्राज्य विस्तारित हो रहा है, हिन्दी की शिक्षा आधुनिक दृष्टि से दी जानी चाहिए। संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. पीयूषकान्त दीक्षित ने कहा कि विश्वविद्यालय में ज्ञान के पारम्परिक विषयों के साथ-साथ जीवन विषय के क्षेत्रों पर भी विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा संस्कृत के सानिध्य में हिन्दी समृद्ध हो रही है। हिन्दी संगम अमेरिका के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक ओझा ने कहा कि पत्रकारिता से जीवन प्रारम्भ करने के साथ-साथ साहित्य सृजन और हिन्दी शिक्षण की इस वैश्विक यात्रा ने उन्हें भरपूर यश प्रदान किया है। हिन्दी एवं भाषा विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रो. दिनेश चंद्र चमोला ने कहा कि संगोष्ठियों का मुख्य उद्देश्य हिन्दी के क्षेत्र में अध्ययनरत विद्यार्थियों, शोधार्थियों को चिन्तन की अखण्ड परम्परा से जोड़ना है। गिरीश कुमार अवस्थी ने कहा कि हिन्दी एवं भाषा विज्ञान विभाग ने इस व्याख्यान का आयोजन कर नवीन परम्परा का सूत्रपात किया है। इस अवसर पर डॉ. उमेश कुमार शुक्ल, डॉ. शैलेश तिवारी, डॉ. हरीश तिवाड़ी, डॉ. प्रतिभा शुक्ला, डॉ. अजय परमार, डॉ. अरुण मिश्र, डॉ. दामोदर परगांई, डॉ. कंचन तिवारी, सुशील चमोली, आशुतोष दुबे, मनोज गहतोड़ी उपस्थित थे।

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