लीला के लिए पृथ्वी पर अवतार लेते हैं भगवान
भेल सेक्टर एक के शिव मंदिर में चल रही श्रीराम कथा में कथाव्यास ऋषि किरण ने कहा कि त्रिलोक के नाथ भगवान श्रीराम लीला करने के लिए पृथ्वी पर अवतार लेते...
भेल सेक्टर एक के शिव मंदिर में चल रही श्रीराम कथा में कथाव्यास ऋषि किरण ने कहा कि त्रिलोक के नाथ भगवान श्रीराम लीला करने के लिए पृथ्वी पर अवतार लेते हैं।
उन्होंने भगवान श्रीराम के वन गमन का मार्मिक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जब राजा दशरथ को कानों के प्रास सफेद बाल दिखाई दिए। तब राजा की तरह सांसारिक मनुष्यों को भी सफेद बालों का ध्यान करके सब कुछ बच्चों को सौंपकर भगवान का स्मरण करना चाहिए। राजा दशरथ ने भगवान राम के राज्याभिषेक की योजना बनाई, लेकिन देवताओं को योजना पसंद नहीं आई। राजा दशरथ से वरदान मांगते हुए केकैयी ने राम को वनवास और भरत के लिए राज्य मांग लिया। जब भगवान श्रीराम माता कौशलया के पास वन जाने की आज्ञा लेने गए। माता कौशलया ने विचार किया कि वह राम को वन जाने से रोक सकती हैं। लेकिन ऐसा करने से राजा का अपमान और भाइयों में क्लेश होगा, जो रघुवंश की रीति के अनुरूप नहीं है। अत: स्त्री एक कुल की नहीं, अपितु दोनों कुलों की लाजा रखती है। इस दौरान राजेश यादव, सुनीता, सरोज,ओंमकार,, बिजेंद्र सिंह, डॉ. अंकित, अंकुर, सुभाष, नीलम, शकुंतला, सुमन, आदित्य आदि उपस्थित रहे।