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निदेशक ने जारी की हरिद्वार वार्डन को चेतावनी

राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में वन आरक्षी के पदों पर हुई फर्जी भर्ती के मामले में पार्क के निदेशक ने हरिद्वार वार्डन को नोटिस के जरिये चेतावनी जारी की है। नोटिस में कहा गया है कि यदि तीन दिन में मुकदमा...

निदेशक ने जारी की हरिद्वार वार्डन को चेतावनी
हिन्दुस्तान टीम,हरिद्वारTue, 31 Oct 2017 10:23 PM
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राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में वन आरक्षी के पदों पर हुई फर्जी भर्ती के मामले में पार्क के निदेशक ने हरिद्वार वार्डन को नोटिस के जरिये चेतावनी जारी की है। नोटिस में कहा गया है कि यदि तीन दिन में मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता, तो वार्डन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में वर्ष 2015 में वन आरक्षी पदों पर हुई भर्ती में एक ही अफसर ने 16 अभ्यर्थियों को अनुभव प्रमाण पत्र जारी किए थे। जबकि पूरी भर्ती में 21 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे। जांच में पाया गया है कि रेंज अफसर ने रोकड़ बही (कर्मचारी के लेन देन का लेखा जोखा रजिस्टर) के मूल पृष्ठों को खुले पृष्ठों से चिपकाया है। रोकड़ बही में फ्लूड लगाकर कई जगह ओवर राइटिंग की गई थी। मामले सामने आने के बाद मुख्य वन संरक्षक ने टाइगर पार्क निदेशक सनातन सोनकर को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया था। मुकदमा दर्ज कराने के लिए डाक से हरिद्वार वार्डन कोमल सिंह को पूरे कागजात भी भेजे गए थे। लेकिन वार्डन ने कागजात यह यह कहकर वापस लौटा दिए कि अभी मुकदमा दर्ज करने के लिए पर्याप्त सुबूत नहीं हैं। इसके बाद दोबारा पूरे कागजात तैयार कर निदेशक कार्यालय से भेजे गए। लेकिन अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। मामले का खुलासा हालांकि देहरादून में हुआ, लेकिन पूरा मामला हरिद्वार का है। हरिद्वार के रेंजर रहे बृज बिहारी और तेजपाल सिंह पंवार का नाम प्रकरण में सामने आया है। आरोप है कि दोनों रेंजरों ने अपने चहेतों को अनुभव प्रमाण पत्र जारी किए थे। विभाग के सूत्रों की मानें तो एक बड़े अधिकारी के दबाव में मुकदमा दर्ज नहीं कराया जा रहा है।

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