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कोतवाल पर प्रताड़ना का इल्जाम, सिपाही ने दिया त्याग पत्र

ज्वालापुर कोतवाली में तैनात सिपाही तरुण कुमार ने कोतवाली प्रभारी मनोज मैनवाल पर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया...

कोतवाल पर प्रताड़ना का इल्जाम, सिपाही ने दिया त्याग पत्र
हिन्दुस्तान टीम,हरिद्वारThu, 09 May 2019 11:38 PM
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ज्वालापुर कोतवाली में तैनात सिपाही तरुण कुमार ने कोतवाली प्रभारी मनोज मैनवाल पर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। कोतवाल से परेशान होकर कांस्टेबल ने एक पत्र के माध्यम से एसएसपी को अपना त्याग पत्र भेजा है। उधर, एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी ने मामले की जांच सीओ सदर आयुष अग्रवाल को सौंप दी है। कोतवाल मनोज मैनवाल ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है।बताया जा रहा है कि कोतवाली प्रभारी मनोज मैनवाल और कांस्टेबल तरुण कुमार में बीते कुछ दिनों से बन नहीं रही थी। इस बीच यात्रा सीजन शुरू हो गया और मुख्यालय से यात्रा सीजन के लिए इंस्पेक्टर, दरोगा और कांस्टेबलों के नाम मांगे गए। ज्वालापुर से कांस्टेबल तरुण कुमार का नाम भेजा गया। तरुण कुमार को इसका पता बाद में चला। बताया जा रहा है कि पता चलने के बाद कोतवाली प्रभारी मनोज मैनवाल और कांस्टेबल के बीच तू-तू, मैं-मैं भी हो गई थी। बीते बुधवार को कांस्टेबल एसएसपी के दरबार में पेश हो गया। तरुण कुमार ने कोतवाली प्रभारी पर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए एसएसपी कार्यालय में पत्र के माध्यम से अपना त्याग पत्र दे दिया। त्याग पत्र में कांस्टेबल ने आरोप लगाया कि कोतवाली प्रभारी बार-बार उसकी ड्यूटी में लापरवाही की रपट लिख रहे हैं। अवकाश मांगने पर अवकाश नहीं दिया जाता है। बीते दिनों का हवाला देते हुए कांस्टेबल तरुण कुमार ने बताया कि उसने 20 ग्राम स्मैक के साथ एक आरोपी को पकड़ा तो कोतवाली प्रभारी ने उनको अपशब्द कहे। जब कोतवाली प्रभारी को जवाब दिया गया तो कोतवाल ने गोपनीय रिपोर्ट बनाकर पहाड़ भेजने की धमकी दी। आरोप लगाया कि सीजन ड्यूटी से पहले उसकी रवानगी चार घंटे पहले कर दी गई और उसको ड्यूटी की जानकारी बाद में दी गई। आरोप है कि चमोली में सीजन ड्यूटी के लिए किसी अन्य कांस्टेबल का नाम भेजा गया था, लेकिन उसको परेशान करने के लिए बाद में उसकी ड्यूटी चमोली लगाई गई। आरोप है कि कोतवाल ने मानसिक और शारीरिक रूप से उसको परेशान किया और इससे दुखी होकर वह त्याग पत्र दे रहा है। पत्र में लिखा है कि वो कोतवाल से परेशान हो गया है और इसीलिए नौकरी छोड़ना चाहता है। उधर एसएसपी ने मामले की जांच सीओ को सौंप दी है। हालांकि अभी त्यागपत्र स्वीकार नहीं किया गया है। एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी का कहना है कि कांस्टेबल को ड्यूटी करनी होगी। चमोली से वापस आने के बाद मामला सुना जाएगा। यदि कांस्टेबल त्याग पत्र देना चाहता है तो जांच के बाद त्यागपत्र स्वीकार कर लिया जाएगा। उधर ज्वालापुर कोतवाल मनोज मैनवाल का कहना है कि उन्होंने किसी को प्रताड़ित नहीं किया है। वो किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार है। 18 साल पहाड़ में की ड्यूटीकांस्टेबल ने पत्र में लिखा है कि वर्ष 1997 से वर्ष 2015 तक उसने पहाड़ में ही ड्यूटी दी है। उसने करीब 18 साल पहाड़ में ड्यूटी की है, इसके बावजूद उसे पहाड़ भेजा जा रहा है।

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