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निगम पहली से सूखा और गीला कूड़ा एक साथ नहीं उठाएगा

आप भी अपने घर का जैविक और अजैविक कूड़ा एक साथ दे रहे हैं तो अब आपको यह आदत छोड़नी होगी। क्योंकि एक दिसंबर से नगर निगम इस व्यवस्था में बदलाव करने जा रहा है। निगम ने अब घरों से गीला और सूखा कचरा...

निगम पहली से सूखा और गीला कूड़ा एक साथ नहीं उठाएगा
हिन्दुस्तान टीम,हल्द्वानीThu, 17 Oct 2019 07:44 PM
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आप भी अपने घर का जैविक और अजैविक कूड़ा एक साथ दे रहे हैं तो अब आपको यह आदत छोड़नी होगी। क्योंकि एक दिसंबर से नगर निगम इस व्यवस्था में बदलाव करने जा रहा है। निगम ने अब घरों से गीला और सूखा कचरा अलग-अलग उठाने की व्यवस्था बनाने की कवायद शुरू कर दी है।

एनजीटी की सख्ती के बाद शासन ने समस्त निकायों को डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्शन योजना के तहत लोगों के घरों से जैविक व अजैविक कूड़ा अलग से उठाने के निर्देश दिए हैं। ताकि बाद में इसकी रिसाइक्लिंग की जा सके। बाकायदा निगम ने इसके लिए पुराने वार्डों में प्रत्येक परिवार को दो डस्टबिन निशुल्क दिए हैं। ताकि व्यवस्था बन सके। दूसरे चरण में नए वार्डों में इसे लागू किया जाएगा। वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कांडपाल ने बताया डेढ़ माह तक सफाई वाहनों से एनाउसमेंट के माध्यम से लोगों को इसकी जानकारी दी जाएगी। ताकि योजना धरातल पर लागू हो सके। गुरुवार से इसकी शुरूआत भी हो चुकी है।

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व्यवस्था लागू करना बड़ी चुनौती

मौजूदा समय में नगर निगम के पास जो सफाई वाहन हैं उसमें फिलहाल जैविक-अजैविक कूड़ा अलग उतारने का विकल्प नहीं है। ऐसे में निगम को व्यवस्था लागू करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की जरूरत पड़ेगी। साथ ही भविष्य में आधुनिक सुविधाओं से लैस सफाई वाहन खरीदने होंगे,जिनकी मदद से कचरा अलग कर उठाया और डंप किया जा सके।

बोले अफसर

नियमानुसार लोगों के घर से जैविक-अजैविक कूड़ा अलग उठाने की व्यवस्था बनाने का प्रयास चल रहा है। एक दिसंबर से यह नियम पूरे नगर क्षेत्र में लागू होना है। ताकि भविष्य में कंपोस्ट प्लांट बन जाने पर कूड़े की रिसाइक्लिंग हो सके।

- डॉ.मनोज कांडपाल,वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी

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