एमबीपीजी में प्रतिबंधित हो सकती है छात्रों की इंट्री
मांग प्रवेश प्रभारी से अभद्रता और पथराव के बाद प्रोफेसरों ने उठाई मांग
एमबीपीजी कॉलेज में शासन का आदेश मिलने तक छात्रों की इंट्री बंद करने की मांग उठ गई है। यह किसी छात्र संगठन ने नहीं बल्कि प्रोफेसरों ने यह मांग उठाई है। प्रभारी प्राचार्य डॉ. बीआर पंत को सौंपे गए ज्ञापन में यह मुद्दा प्रमुखता से रखा गया है। प्रवेश प्रभारी डॉ. एसएन सिद्ध से हुई अभद्रता और उनके सरकारी आवास पर हुए पथराव की घटना के बाद कही गई है।
मालूम हो कि कोविड गाइड लाइन में राज्य सरकार ने अभी तक उच्च शिक्षा संस्थानों को खोलने की इजाजत नहीं दी है। कॉलेजों में ऑनलाइन शिक्षण और कार्यालय से जुड़े कामों के लिए खोला गया है। इसके अलावा बेहद जरूरी काम होने पर छात्र कॉलेज में संपर्क कर सकते हैं। इसको देखते हुए एमबीपीजी कॉलेज प्रशासन ने प्रवेश प्रक्रिया पूरी से ऑनलाइन की गई है। यहां तक की प्रथम वर्ष की मेरिट लिस्ट भी कॉलेज की वेबसाइट पर जारी की गई। इसके बावजूद छात्र नेताओं द्वारा ज्ञापन दिए गए और इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। बीते दिनों प्रवेश प्रभारी डॉ. एसएन सिद्ध पर कॉलेज में अभद्रता और धमकी देने के मामले और उसी दिन देर रात उनके घर पर पथराव कर दिया गया। इससे गुस्साए शिक्षकों ने कॉलेज में छात्रों के अनावश्यक दाखिले होने पर रोक लगाने की मांग की है। हालांकि, एक प्राध्यापिका के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद एहतियात के तौर पर शनिवार तक कॉलेज बंद किया गया है।