1336 स्कूल, 4670 शिक्षक फिर भी पुरस्कार के लिए कोई योग्य नहीं
नैनीताल जिले में इस बार किसी भी शिक्षक को शैलेश मटियानी पुरस्कार नहीं मिला। 1336 स्कूलों के 4670 शिक्षकों में से कोई भी योग्य नहीं पाया गया। आवेदन करने वाले शिक्षक भी कमजोर दस्तावेजों के चलते बाहर हो...

नैनीताल जिले में इस बार किसी भी शिक्षक को नहीं मिल पाया शैलेश मटियानी पुरस्कार नैनीताल जिला:
प्रमोद डालाकोटी
हल्द्वानी। हमेशा स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधि कराने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को सरकार शैलेश मटियानी पुरस्कार सम्मानित करने जा रही है। इसके लिए शिक्षकों का चयन भी कर लिया गया है। लेकिन वीआईपी जिले नैनीताल के शिक्षक इसमें शामिल नहीं है। जिले के 1336 स्कूलों के 4670 शिक्षकों में पुरस्कार के लिए कोई भी शिक्षक योग्य नहीं पाया गया है। जिन शिक्षकों ने पुरस्कार के लिए आवेदन भी किया, वह कमजोर दस्तावेजों के चलते पहले चरण में ही ब्लॉक स्तर पर बाहर हो गए। किसी ब्लॉक में 2 तो किसी ब्लॉक में तीन शिक्षकों ने इसके लिए आवेदन किया था।
जिल में 121 इंटर और 69 हाईस्कूल हैं
जिले में 121 इंटर कॉलेज और 69 हाईस्कूल हैं। इसमें 830 प्रवक्ता, 1340 एलटी शिक्षक तैनात हैं। 934 प्राइमरी स्कूल में 2 हजार, 212 जूनियर हाईस्कूल में करीब 500 शिक्षक- शिक्षिकाएं तैनात हैं।
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इनको दिया जाता है सम्मान
शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने, सामूहिक सहभागिता, नवाचार पर कार्य करने, आदर्श शिक्षक की भूमिका निर्वहन करने वाले शिक्षकों को राज्य सरकार शैलेश मटियानी राज्य उत्कृष्ठ पुरस्कार अलग-अलग चरणों में हर साल देती है। इसके लिए एक चयन प्रक्रिया होती है।
कोट:
नैनीताल जिले में बेहद प्रतिभावान शिक्षक हैं। पहली बार ऐसा हुआ है जब शैलेश मटियानी पुरस्कार पाने वालों में नैनीताल जिले के शिक्षक शामिल नहीं हैं। यह बेहद आश्चर्यजनक है।
फोटो- विवेक पांडे, जिला अध्यक्ष, राजकीय शिक्षक संघ नैनीताल।
कोट:
जिन शिक्षकों ने पुरस्कार के लिए आवेदन किया था। वह अयोग्य होने के चलते पहले चरण में ही बाहर हो गए।
फोटो- गोविंद जायसवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी नैनीताल
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