आधार कार्ड की तरह दिव्यांगों को मिलेगी यूनिक आईडी
आधार कार्ड की तरह सभी दिव्यांगों को यूनिक आईडी मिलेगी। यह एक तरह का डिजिटल नंबर होगा। जिसकी मदद से दिव्यांग केंद्र व राज्य सरकार की सभी सेवाओं का लाभ उठा पाएंगे। दिव्यांग इस युनिक आईडी नंबर के जरिए...
आधार कार्ड की तरह सभी दिव्यांगों को यूनिक आईडी मिलेगी। यह एक तरह का डिजिटल नंबर होगा, जिसकी मदद से दिव्यांग केंद्र और राज्य सरकार की सभी सेवाओं का लाभ उठा पाएंगे। दिव्यांग इस यूनिक आईडी के जरिए पूरे देश में बस, ट्रेन की यात्रा के साथ अन्य सुविधाओं का भी लाभ ले सकेंगे। दिव्यांग सत्यापन के लिए भी यह एकल दस्तावेज होगा।
दिव्यांग अधिकार अधिनियम के तहत केंद्र सरकार के यूनिक आईडी पोर्टल पर आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। समाज कल्याण विभाग और स्वास्थ्य विभाग दोनों मिलकर योजना को आगे बढ़ाएंगे। एक बार यूनिक आईडी मिलने के बाद दिव्यांग को पात्रता के लिए कोई दूसरा प्रमाणपत्र नहीं दिखाना होगा। योजना का पहले चरण देश के दस राज्यों में आरंभ हो चुका है। दूसरे चरण में उत्तराखंड सहित देश के 15 राज्य शामिल किए जा रहे हैं।
ये होगा लाभ
- देशभर में मान्य होगा यूनिक कार्ड
- रेल, बस, बैंक सभी सुविधा कार्ड से मिलेगी
- हर बार प्रमाणपत्र नहीं लगाना होगा
- दिव्यांगों को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे
स्वास्थ्य विभाग भी योजना का हिस्सा
दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने का काम स्वास्थ्य विभाग ही बनाता है, इसलिए जिन अस्पतालों से दिव्यांग प्रमाणपत्र जारी होते हैं, वहीं से आईडी आवेदन की सुविधा भी दी जाएगी। मगर दिव्यांग आईडी आवेदन के लिए ऑनलाइन भी आवेदन कर पाएंगे।
सभी दिव्यांगों की यूनिक आईडी बनाई जानी है। इस आईडी कार्ड के जरिए दिव्यांग केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाओं, सुविधाओं का फायदा उठा पाएंगे। इसके लिए जल्द ही प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
- विनोद गिरी गोस्वामी, निदेशक समाज कल्याण विभाग