डीजल-पेट्रोल मूल्य वृद्धि के खिलाफ वामपंथी दलों का प्रदर्शन
डीजल-पेट्रोल के दामों में की जा रही बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ गुरुवार को उत्तराखंड राज्य स्तर पर वामपंथी दलों के संयुक्त आह्वान पर 'विरोध दिवस' कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके तहत धरना-प्रदर्शन के...
डीजल-पेट्रोल के दामों में की जा रही बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ गुरुवार को उत्तराखंड राज्य स्तर पर वामपंथी दलों के संयुक्त आह्वान पर 'विरोध दिवस' कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके तहत धरना-प्रदर्शन के पश्चात केंद्र सरकार का पुतला दहन किया गया।
गुरुवार को बुद्ध पार्क में आयोजित कार्यक्रम में बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि पिछले 21 दिनों से जिस तरह लगातार पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में वृद्धि की गई, वह नितांत जनविरोधी और अस्वीकार्य है। इस सरकार के छह सालों में मूल्य वृद्धि ने वो रिकॉर्ड हासिल कर लिया, जो आज़ादी के सात दशक में कभी नहीं हुआ। माले जिला सचिव डॉ. कैलाश पांडेय ने कहा कि पहली बार पेट्रोल और डीजल की कीमतें बराबर हो गईं और कुछ स्थानों पर तो डीज़ल के दाम पेट्रोल के दामों से अधिक हो गए हैं। इससे आम आदमी का जीना और मुश्किल हो जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें न्यूनतम स्तर पर होने के बावजूद देश में डीजल-पेट्रोल की कीमतें आसमान क्यों छू रही है। इसका जबाब केंद्र सरकार को देना चाहिए। बाद में केंद्र सरकार का पुतला दहन कर पेट्रोलियम पदार्थों के दाम कम करने की मांग की गई। इस दौरान भुवन जोशी, ललित मटियाली, विमला रौथाण, एनडी जोशी, मोहन लाल आर्य, हरीश भंडारी, गोपाल गड़िया, कमल जोशी, धीरज कुमार आदि मौजूद रहे।