अल्मोड़ा में जंगल की आग स्यूना गांव के करीब पहुंची
ताकुला तथा हवालबाग विकास खण्ड के अनेक जंगल पिछले तीन दिनों से वनाग्नि की चपेट में हैं। जिससे लाखों की वन सम्पदा नष्ट होने के अलावा वन्य जीवों और परिंदों का जीवन भी खतरे में है। विगत सायं हवालबाग...
ताकुला तथा हवालबाग विकास खण्ड के अनेक जंगल पिछले तीन दिनों से वनाग्नि की चपेट में हैं। जिससे लाखों की वन सम्पदा नष्ट होने के अलावा वन्य जीवों और परिंदों का जीवन भी खतरे में है।
विगत सायं हवालबाग के स्यूना गांव के जंगलों में भीषण आग लग गयी। यह आग कुछ समय बाद आबादी की ओर बढ़ने लगी। इस दौरान कई लोगों के घास के लूठे भी जलकर स्वाहा हो गए। जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। सामाजिक कार्यकर्ता गणेश बिष्ट ने अल्मोड़ा एसडीएम विवेक राय को फोन कर घटना की जानकारी दी। प्रशासन की ओर से आनन-फानन में आपदा प्रबंधन ओर फायर ब्रिगेड की टीम को मौके पर भेजा गया। ग्रामीणों के सहयोग से आग को मकानों तक फैलने से रोक लिया। आग बुझाने में गणेश बिष्ट,पंकज बिष्ट, हरीश मेहरा, रोहित बिष्ट, पवन बिष्ट, अमित मेहरा, अजय बिष्ट, मोहित बिष्ट समेत तमाम ग्रामीणों के अलावा आपदा प्रबन्धन तथा अग्निशमन टीम के सहयोग दिया। इसके साथ ही सोमेश्वर में जीतब तथा टोटाशिलिंग के आरक्षित वन क्षेत्र में लगी आग के गांव के समीप पहुंचने पर वन सरपंच कैलाश जोशी के साथ ग्रामीणों व वन कर्मियों ने रात 11 बजे तक आग बुझाई। इसके अलावा छतार का जंगल, खौड़िया बीट, लमगड़ा बीट तथा गणानाथ के जंगल भी आग की चपेट में हैं। इस दौरान विभाग आग बुझाने में नाकाम साबित हो रहा है।