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दूरस्थ शिक्षा वर्तमान समय की आवश्यकता: प्रो. शुक्ल

उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय में बीएड प्रथम समेस्टर के विशेष छात्रों की कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि प्रो. एचपी शुक्ला ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा वर्तमान समय की जरूरत...

दूरस्थ शिक्षा वर्तमान समय की आवश्यकता: प्रो. शुक्ल
हिन्दुस्तान टीम,हल्द्वानीTue, 05 Nov 2019 06:58 PM
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उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय में बीएड प्रथम समेस्टर के विशेष छात्रों की कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि प्रो. एचपी शुक्ला ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा वर्तमान समय की जरूरत है। ऐसे में दूरस्थ शिक्षा से जुड़े प्राध्यापकों की जिम्मेदारी है कि वह इसके प्रसार के लिए काम करें। सुदूरवर्ती क्षेत्र तक उच्चशिक्षा पहुंचाकर दूरस्थ शिक्षा की कल्पना को साकार किया जा सकता है। यूओयू सभागार में विशिष्ट शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित कार्यशाला में प्रो. शुक्ला ने कहा कि समय के साथ-साथ व्यक्तियों और समाज में संवेदनशीलता बढ़ी है। वर्तमान शिक्षा व्यवस्था हर बच्चे के प्रति संवेदनशील है। विशेष बीएड पाठ्यक्रम समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने का सशक्त माध्यम है। पाठ्यक्रम प्रभारी डॉ. कल्पना पाटनी लखेड़ा ने बताया कि विशेष बीएड के जरिए विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय काम किया जा सकता है। सरकारी और निजी संस्थानों के साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए। पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. सिद्धार्थ पोखरियाल ने दिव्यांगों के शैक्षिक पुनर्वास के लिए पाठ्यक्रम की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में दिल्ली, यूपी, हरियाणा और उत्तराखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

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