शहर को जाम से बचाने के लिए प्रस्तावित रिंग रोड के प्राथमिक सर्वे का काम पूरा हो गया है। अब कंपनी लोनिवि अधिकारियों के सामने सर्वे रिपोर्ट पेश करेगी। लोनिवि से मंजूरी के बाद फाइनल सर्वे का काम शुरू होगा।
हल्द्वानी में बढ़ते ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए लोनिवि ने साल 2016 में रिंग रोड का प्रस्ताव तैयार किया था। शहर के बाहर चारों ओर बनने वाली रिंग रोड करीब 35 किलोमीटर फोरलेन बननी है। इस पर 400 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसको मंजूरी मिलने के बाद रिंग रोड सर्वे का काम बीते दो महीने पहले शुरू हो गया था। सड़क बनाने से पहले रिंग रोड का खाका खींचने के लिए लोनिवि ने क्राफ्ट कंपनी को सर्वे का काम सौंपा था। अक्तूबर महीने के पहले हफ्ते में कंपनी ने रिपोर्ट बनाकर लोनिवि को भेजी थी, लेकिन इसमें एक तरफ की सड़क का खाका सही नहीं मिला। इस पर लोनिवि ने दोबारा सर्वे करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कंपनी ने प्रस्ताव में बदलाव किया। अब रिंग रोड को काठगोदाम और रानीबाग के बीच में हनुमान मंदिर के करीब से बन रही पीएमजीएसवाई की सड़क से जोड़ा गया है। यहां से सड़क को ब्यूराखाम गांव के ऊपर से जमरानी कॉलोनी के ऊपर वन क्षेत्र से लाकर फतेहपुर में कालाढूंगी रोड पर जोड़ा गया है। प्राथमिक रिपोर्ट पास होने के बाद ही रिंग रोड का काम शुरू होगा और इसके बाद कंपनी इसके दायरे में आ रही बसावट, कृषि भूमि, वन भूमि, पुलिया, पुल आदि का सर्वे तैयार करेगी।