काशीपुर में ऊषा के साथ भाजपा का वोट फीसद बढ़ा
निकाय चुनाव में हार के बावजूद कांग्रेस का काशीपुर में वोट प्रतिशत करीब 12 फीसदी बढ़ गया है। दूसरी तरफ ऊषा की जीत के साथ भाजपा पहले से मजबूत हुई है। पिछले चुनावों में भाजपा प्रत्याशी की जमानत तक जब्त...
निकाय चुनाव में हार के बावजूद कांग्रेस का काशीपुर में वोट प्रतिशत करीब 12 फीसदी बढ़ गया है। दूसरी तरफ ऊषा की जीत के साथ भाजपा पहले से मजबूत हुई है। पिछले चुनावों में भाजपा प्रत्याशी की जमानत तक जब्त हो गई थी।
2013 के निकाय चुनाव में कुल 52600 वोट पड़े थे। इनमें से 1846 वोट निरस्त हो गए थे। निर्दलीय प्रत्याशी ऊषा चौधरी 23958 वोट हासिल कर काशीपुर की पहली मेयर बनी थीं। उनकी निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस की रुकसाना को 16540 वोट मिले थे। बसपा प्रत्याशी सीमा अरोरा 4581 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर थीं। भाजपा प्रत्याशी शिक्षा चौधरी को 3059 वोट मिले थे। भाजपा काशीपुर में जमानत तक नहीं बचा सकी थी। इस बार नए परिसीमन में 16 गांवों को काशीपुर निगम में शामिल किया गया था। इससे निगम के वोटर की संख्या 1,28,277 हो गई थी। मतदान के दिन 89549 लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें से 3695 वोट निरस्त हो गए। कुल 85854 वोटों के सापेक्ष भाजपा प्रत्याशी ऊषा चौधरी को 44193 वोट पड़े। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मुक्ता सिंह को 38721 वोट मिले। इस चुनाव में दोनों पाटियों का वोट प्रतिशत देखें तो कांग्रेस 31.44 से बढ़कर 43.24 फीसदी तक पहुंच गई है। यानी कांग्रेस के वोट बैंक में पिछले निकाय चुनाव के मुकाबले 12 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। दूसरी तरफ ऊषा के साथ भाजपा के वोट बैंक में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है। भाजपा जहां पिछले निकाय चुनाव में 5.8 फीसदी वोटों पर ही सिमट गई थी। ऊषा चौधरी के साथ इस बार भाजपा का वोट बैंक 49.35 फीसदी हो गया है। यह आंकड़े आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से भाजपा के लिए अच्छी खुशखबरी है।
साल 2013
कुल वोट 52600
पार्टी वोट फीसदी
कांग्रेस 16540 31.44
भाजपा 3095 5.8
ऊषा चौधरी 23958 45.55
साल 2018
कुल वोट 89549
पार्टी वोट फीसदी
कांग्रेस 38721 43.24
भाजपा 44193 49.35