अल्मोड़ा अर्बन बैंक ने 30 करोड़ पीएफ जमा नहीं किया
अल्मोड़ा अर्बन कोऑपरेटिव बैंक प्रबंधन ने करीब नौ साल तक अपने 365 कर्मचारियों का पीएफ जमा नहीं किया। नौ साल में करीब 30 करोड़ रकम ईपीएफओ कार्यालय के खाते में जमा नहीं हुई। इस दौरान रिटायर्ड हुए...
अल्मोड़ा अर्बन कोऑपरेटिव बैंक प्रबंधन ने करीब नौ साल तक अपने 365 कर्मचारियों का पीएफ जमा नहीं किया। नौ साल में करीब 30 करोड़ रकम ईपीएफओ कार्यालय के खाते में जमा नहीं हुई। इस दौरान रिटायर्ड हुए कर्मचारियों को पीएफ भी नहीं मिला। अचानक जागे बैंक प्रबंधन ने जुलाई 2009 से बैंककर्मियों का पीएफ काटना शुरू कर दिया।
अल्मोड़ा अर्बन कोऑपरेटिव बैंक प्रबंधन वर्ष 2000 से अपनी तमाम शाखाओं के करीब 356 कर्मचारियों के वेतन से हर माह पीएफ की राशि काटता रहा। हर माह करीब 25 लाख पीएफ का पैसा नौ साल में 30 करोड़ रुपये बन गया। प्रबंधन नौ साल तक यह रकम दबाए बैठे रहा। इस बीच कई कर्मचारी सेवानिवृत्त भी हो गए। यह मामला दबा रहता पर कुछ कर्मचारियों के ऐतराज उठाने के बाद प्रबंधन ने जुलाई 2009 से ईपीएफ कमिश्नर कुमाऊं के एसबीआई खाते में कर्मचारियों के पीएफ की राशि नियमित तौर पर हर माह ऑनलाइन जमा करना शुरू कर दिया।
अल्मोड़ा अर्बन कोऑपरेटिव बैंक लि. मुख्य शाखा अल्मोड़ा के चीफ मैनेजर चंद्र सिंह बिष्ट का कहना है कि 2009 से पहले तक बैंक का ट्रस्ट था, जिसमें पैसा जमा किया जा रहा था। 2009 में ईपीएफओ को पैसा ट्रांसफर करने की कोशिश की गई, पर ईपीएफओ ने पैसा नहीं लिया। यह पैसा अब भी ट्रस्ट के खाते में ही है और इनकम टैक्स से छूट प्राप्त है। अगर नोटिस आता है तो इसका जवाब दिया जाएगा। रिटायर्ड कर्मियों के पीएफ का पैसा क्लेम करने पर लौटाया जाएगा।
बैंक प्रबंधन को भेजेंगे नोटिस
ईपीएफ कमिश्नर आशीष कुमार ने इस संबंध में पूछने पर फाइलों की पड़ताल की तो अभिलेखों के मुताबिक अल्मोड़ा अरबन कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड जुलाई 2009 से 356 कर्मचारियों के वेतन से हर माह पीएफ की राशि काटकर ईपीएफओ के एसबीआई खाते में ऑनलाइन जमा कर रहा है। वर्तमान में हर माह पीएफ की 30 लाख की राशि ईपीएफओ के खाते में जमा हो रही है। ईपीएफओ कमिश्नर का कहना है कि वह इस संबंध में बैंक प्रबंधन को नोटिस भेजकर पूछेंगे कि वर्ष 2000 से वर्ष 2009 मई तक कर्मचारियों का पीएफ जमा क्यों नहीं कर रहा था।