एनएच घोटाले की जांच को दबाने के लिए किया कुमाऊं कमिश्नर का तबादला : कांग्रेस
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कुमाऊं कमिश्नर डी. सेंथिल पांडियन के तबादले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उनका आरोप है एनएच-74 मुआवजा घोटाले की जांच को दबाने के मकसद से प्रदेश सरकार ने तबादला...
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कुमाऊं कमिश्नर डी. सेंथिल पांडियन के तबादले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उनका आरोप है एनएच-74 मुआवजा घोटाले की जांच को दबाने के मकसद से प्रदेश सरकार ने तबादला किया है। डॉ. हृदयेश ने यह मसला विधानसभा सत्र में उठाने की बात कही है।
गुरुवार को कुमाऊं आयुक्त के तबादले के बाद नेता प्रतिपक्ष ने बयान जारी कर कहा कि पांडियन ने एनएच-74 के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में घोटाले का खुलासा किया था। यह बड़ा घोटाला है, लेकिन राज्य और केंद्र सरकार इसे दबाने में जुटी हैं। उन्होंने कहा कि पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सीबीआई की जांच को मंजूरी नहीं देने दी और अब प्रदेश सरकार ने उसी ईमानदार अफसर को हटा दिया, जो निष्पक्षता से जांच कर रहा है। केंद्र के अटॉर्नी जनरल का खुद हाईकोर्ट आकर अफसरों की पैरवी करना केंद्र-राज्य की साजिश को खोलता है। डॉ. इंदिरा ने कहा कि कांग्रेस मामले में चुप नहीं बैठेगी। वह खुद इसे सदन में उठाएंगी और आंदोलन करेंगी।
इसके अलावा उन्होंने प्रदेशभर में कांग्रेस की ओर से आंदोलन करने की भी बात कही है।