
26 राज्यों में साइबर ठगी का भंडाफोड़, MBBA पास ठग सस्ते आईफोन का देते थे लालच
संक्षेप: उत्तराखंड पुलिस ने 26 राज्यों में साइबर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। ये आरोपी सोशल मीडिया पर कम कीमत में आईफोन का लालच देते थे। आरोपी MBBA पास हैं।
उत्तराखंड पुलिस की साइबर सेल ने ऋषिकेश के मुनिकीरेती में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। फरार तीन आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम ने उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। गिरोह सोशल मीडिया पर कम दाम पर आईफोन समेत अन्य उत्पाद बेचने का झांसा देते थे। पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने देश के 26 राज्यों में साइबर ठगी की और एक करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जुटाई है।

फर्जी कॉल सेंटर से चलता था ठगी का खेल
टिहरी गढ़वाल के एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक, गृह मंत्रालय के प्रतिबिंब पोर्टल को कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबरों के टिहरी जिले में संचालित होने की जानकारी मिली। जांच में यह नंबर मुनिकीरेती थाना क्षेत्र में एक्टिव मिले। बीते शुक्रवार को पुलिस टीम ने मुनिकीरेती स्थित तपोवन के घुघताणी में अपार्टमेंट के फ्लैट पर छापा मारा। जहां फर्जी कॉल सेंटर चलता हुआ पाया गया।
मौके से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। फ्लैट की तलाशी में लैपटॉप, नौ मोबाइल फोन, कई बैंकों की पासबुक व चेकबुक, सात एटीएम कार्ड, प्रीएक्टिवेटेड सिम बरामद हुए। फ्लैट के बाहर से पुलिस टीम को आरोपियों की एक स्कूटी भी मिली। पूछताछ में आरोपियों की पहचान अवि तनेजा उर्फ अर्जुन पुत्र देवेंद्र कमार निवासी जय सिटी, जगाधरी, यमुनानगर, हरियाणा, नितीश सिंह पुत्र राकेश कुमार निवासी लेबर कॉलोनी सर्किट, सहारनपुर, यूपी व विजय पुत्र सतवी सिंह निवासी शांति कॉलोनी, प्यारा चौक, यमुनानगर, हरियाणा के रूप में हुई।
एसएसपी अग्रवाल ने बताया कि आरोपी फ्लैट से फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर सोशल मीडिया पर कम दामों पर आईफोन की बिक्री का झांसा देकर लोगों से ठगी करते थे। एक व्यक्ति से उन्होंने आईफोन की एवज में ही ऑनलाइन 13 लाख रुपये ठगे। जबकि, 26 राज्यों में एक करोड़ रुपये से ज्यादा ठगने की बात भी सामने आई है।
कोई डिप्लोमाधारी तो कोई एमबीबीए पास
साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी काफी पढ़े-लिखे हैं। आरोपी अवि ने डीफार्मा और एमबीबीए किया है। जबकि, नितीश इलेक्ट्रिक कम्युनिकेशन में डिप्लोमा किया है। विजय भी स्नातक कर चुका है। प्रीएक्टिवेटेड सिमों की सप्लाई उन्हें संदीप कर रहा था। ठगी के माध्यम से जल्दी अमीर बनने की चाहत उन्हें एक बार फिर से जेल की सलाखों तक ले गई है। पिछले वर्ष नवंबर के आसपास आरोपियों ने तपोवन स्थित घुघताणी के एक अपार्टमेंट के फ्लैट को ठगी के लिए ठिकाना बनाया था।

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