Exclusive : उत्तराखंड में ग्राम विकास अधिकारी भर्ती घोटाले का पर्दाफाश, ऐसे हुई गड़बड़ी
ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) भर्ती परीक्षा में धांधली की पुष्टि हो गई है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 2016 में हुई इस भर्ती में कई ऐसे तथ्य सामने आए हैं, जिन्होंने पूरी प्रक्रिया को...
ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) भर्ती परीक्षा में धांधली की पुष्टि हो गई है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 2016 में हुई इस भर्ती में कई ऐसे तथ्य सामने आए हैं, जिन्होंने पूरी प्रक्रिया को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। जांच अधिकारी अपर मुख्य सचिव-उच्च शिक्षा डॉ. रणवीर सिंह ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट कार्मिक विभाग को सौंपी है। डॉ. सिंह ने प्रारंभिक जांच में कई गड़बड़ियां पाते हुए इस मामले की विस्तृत जांच कराने की सिफारिश की है।
197 पदों के लिए 1.10 लाख युवा हुए भर्ती में शामिल
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने मार्च 2016 में ग्राम विकास अधिकारी के 197 पदों के लिए परीक्षा आयोजित कराई। इसमें 1.10 लाख बेरोजगार युवा शामिल हुए, लेकिन परीक्षा परिणाम जारी होते ही यह विवादों में आ गई। इस परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने घपले के आरोप लगाते हुए इसे रद्द करने की मांग की। जब दबाव बढ़ा तो इसकी जांच कार्मिक विभाग को सौंप दी गई। यही नहीं, आनन-फानन में जांच के बाद क्लीन चिट भी दे दी।
बेरोजगारों के विरोध के चलते करानी पड़ी दोबारा जांच
बेरोजगारों के विरोध को देखते हुए सरकार को दोबारा जांच का निर्णय करना पड़ा। उच्च शिक्षा अपर मुख्य सचिव डॉ. रणवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने इस मामले की प्रारंभिक जांच रिपेार्ट कार्मिक विभाग को सौंप दी है। दस्तावेजों की विधि विज्ञान विभाग से भी जांच कराई गई थी। प्रथमदृष्टया कुछ गंभीर खामियां भी पकड़ में आईं हैं।
इन घपलों की हुई पुष्टि
- ओएमआर सीट के साथ छेड़छाड़ की गई।
- दो सगे भाई भी पास हो गए थे परीक्षा में।
- एक टॉपर ने हाईस्कूल से इंटर में जाने में लगाए चार साल।
- ऊधमसिंहनगर के महुआडाबरा के 20 से ज्यादा युवाओं का चयन।