चारों धाम के साथ कार्तिकेय स्वामी मंदिर भी पहुंचे रिकॉर्ड श्रद्धालु
उत्तराखंड में जून मध्य तक 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारों धामों और कार्तिकेय स्वामी मंदिर के दर्शन किए। चार धामों में कुल 32 लाख श्रद्धालु आए हैं, जबकि पंजीकरण का आंकड़ा 44.43 लाख तक पहुंच गया है।...

जून मध्य तक ही दर्शन करने वालों का आंकड़ा पहुंचा 10 लाख के पार चारों धामों में 32 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, 44.43 लाख पंजीकरण कार्तिकेय स्वामी मंदिर बना श्रद्धालुओं का नया पसंदीदा डेस्टिनेशन देहरादून, मुख्य संवाददाता। उत्तराखंड में श्रद्धालु चारों धामों के साथ ही अन्य धार्मिक स्थलों की ओर भी रुख कर रहे हैं। इनमें कार्तिकेय स्वामी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए नया पसंदीदा डेस्टिनेशन बन गया है। अभी तक जून मध्य तक 10 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। चारों धामों में भी 32 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। पंजीकरण का आंकड़ा भी 44.43 लाख से अधिक पहुंच गया है।
इस बार चार धाम यात्रा के साथ ही उत्तराखंड के अन्य मंदिरों, धामों की ओर भी श्रद्धालु रुख कर रहे हैं। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, अल्मोड़ा के धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। रुद्रप्रयाग में कार्तिकेय स्वामी मंदिर में 2021 में जहां सिर्फ 15735 श्रद्धालु ही दर्शन को पहुंचते थे। वहां पिछले साल संख्या चार लाख के करीब थी। अब इस साल ये आंकड़ा 10 लाख को पार कर गया है। इसी तरह उत्तरकाशी में स्थित जगन्नाथ मंदिर में भी इस साल 25 हजार तीर्थ यात्री दर्शन को पहुंच चुके हैं। चार धाम यात्रा में 32 लाख श्रद्धालुओं ने अभी तक दर्शन किए हैं। इससे चार धाम यात्रा मार्ग पर व्यवसायिक गतिविधियों में बढ़ावा होने के साथ ही कारोबार में भी इजाफा हुआ है। अभी तक पंजीकरण का आंकड़ा 44 लाख से अधिक पहुंचने से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में आगे भी बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। यमुनोत्री धाम में 713456, गंगोत्री 780554, केदारनाथ 1443513, बदरीनाथ 1336923 और हेमकुंड के लिए 169180 पंजीकरण हो चुके हैं। होटल, टैक्सी कारोबार को मिला लाभ चारधाम यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या का सीधा लाभ कारोबारियों को मिल रहा है। इससे क्षेत्र की आर्थिकी बढ़ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धामों के साथ ही अन्य तीर्थ स्थलों, धामों के भी प्रचार प्रसार पर जोर दिया। ताकि तीर्थयात्रियों के आने से इन क्षेत्रों में भी आर्थिक गतिविधियां तेज हो सके। इसका सकारात्मक असर रुद्रप्रयाग स्थित कार्तिकेय स्वामी मंदिर, उत्तरकाशी स्थित जगन्नाथ मंदिर के साथ ही अन्य मदिंरों में आने वाले यात्रियों की बढ़ती संख्या के रूप में नजर आ रहा है। कहा कि अब चारधाम यात्रा मार्ग की तरह अन्य स्थानों पर भी होटल, रेस्टोरेंट, परिवहन, प्रसाद सहित अन्य व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ रही हैं। उत्तराखंड के समग्र विकास को सभी क्षेत्रों में तीर्थाटन, पर्यटन की गतिविधियां तेज होना जरूरी है। उत्तराखंड देवभूमि है, यहां प्रत्येक देवालय का अपना महत्व है। सरकार सभी तीर्थ स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं का विकास करने का प्रयास कर रही है। पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
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