हर जिले खोले जाएंगे वृद्ध आश्रम: धामी
मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों से किया संवाद दिव्यांगों से विवाह करने पर

मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों से किया संवाद दिव्यांगों से विवाह करने पर अनुदान राशि 25 से बढ़ा होगी 50 हजार देहरादून, मुख्य संवाददाता। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को मुख्य सेवक संवाद में वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के साथ संवाद किया। इस मौके पर दिव्यांग शादी अनुदान एवं राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना का सॉफ्टवेयर भी लांच करते हुए कहा कि हर जिले में वृद्ध आश्रम खोले जाएंगे। दिव्यांगों से विवाह करने पर अनुदान राशि 25 से बढ़ा कर 50 हजार कर दी गई है। सीएम धामी ने मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में घोषणा करते हुए दिव्यांग युवक-युवती से विवाह करने पर प्रोत्साहन अनुदान धनराशि 25 हजार रूपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपए होगी।
दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना में कक्षा एक से कक्षा आठ तक के दिव्यांग छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति को आय सीमा समाप्त होगी। सभी जिलों में एक-एक वृद्धाश्रम की व्यवस्था होगी। सभी जिलों में वृद्धाश्रमों की व्यवस्था भी मजबूत कर रही है। अभी बागेश्वर, चमोली और उत्तरकाशी में सरकारी वृद्धाश्रम संचालित हो रहे हैं। देहरादून, अल्मोड़ा और चम्पावत में नए भवन निर्माणाधीन हैं। हरिद्वार, उधमसिंह नगर और नैनीताल सहित विभिन्न क्षेत्रों में गैर-सरकारी संगठनों में संचालित वृद्धाश्रम कार्यरत हैं। सीएम ने कहा कि सरकार ने बदलते समय के साथ रिश्तों में आई चुनौतियों को देखते हुए वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों की रक्षा को राज्य में माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण अधिनियम लागू किया है। इसके माध्यम से हमारे बुजुर्गों को यह कानूनी अधिकार प्राप्त हो जाता है कि वे अपने बच्चों या कानूनी उत्तराधिकारियों से भरण-पोषण की मांग कर सकें। वरिष्ठजनों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि आपका ये बेटा कभी आपके सम्मान, सुरक्षा और सुविधाओं में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आने देगा। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक खजानदास, सविता कपूर, मेयर सौरभ थपलियाल, उपाध्यक्ष वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद नवीन वर्मा, शांति मेहरा, सचिव समाज कल्याण श्रीधर बाबू अदह्यांकी, अपर सचिव प्रकाश चन्द्र, निदेशक समाज कल्याण चन्द्र सिंह धर्मशक्तू, संजय टोलिया उपस्थित रहे। 96 हजार दिव्यांगजनों को मिल रही है पेंशन सीएम धामी ने कहा कि राज्य में 96 हज़ार से अधिक दिव्यांगजनों को पेंशन मिल रही है। 18 वर्ष से अधिक आयु के 86 हज़ार से अधिक दिव्यांगजनों को 1500 रुपए की मासिक पेंशन मिल रही है। 18 वर्ष से कम आयु के आठ हज़ार से अधिक दिव्यांग बच्चों के भरण-पोषण एवं देखभाल को प्रतिमाह 700 रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि कार्य के दौरान दिव्यांग हुए लोगों को तीलू रौतेली पेंशन योजना में 12 सौ रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। चार फुट से कम ऊँचाई वाले व्यक्तियों को बौना पेंशन के माध्यम से प्रतिमाह 12 सौ रुपए भी दिए जा रहे हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




