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शहर में अतिक्रमण के खिलाफ गर्जी जेसीबी, तोड़े गए अवैध निर्माण

शहरभर में अतिक्रमण के खिलाफ महाअभियान आज भी चलाया गया। अभियान के दौरान शहर के कई हिस्सों में अवैध अतिक्रमण को तोड़ा गया। लोगों के भारी विरोध के बीच चिन्हित किए गए अवैध निर्माण को जेसीबी ने तोड़ दिया।...

शहर में अतिक्रमण के खिलाफ गर्जी जेसीबी, तोड़े गए अवैध निर्माण
हिंदुस्तान टीम,देहरादूनSat, 30 Jun 2018 01:53 PM
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शहरभर में अतिक्रमण के खिलाफ महाअभियान आज भी चलाया गया। अभियान के दौरान शहर के कई हिस्सों में अवैध अतिक्रमण को तोड़ा गया। लोगों के भारी विरोध के बीच चिन्हित किए गए अवैध निर्माण को जेसीबी ने तोड़ दिया। सिटी मजिस्ट्रेट मनुज गोयल और एसडीएम मसूरी मीनाक्षी पटवाल के नेतृत्व में धर्मपुर के कई हिस्सों में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जोरों पर चलाया गया। अभियान को देखते हुए, कई जगहों पर लोगों ने खुद ही तोड़ डाले अवैध अतिक्रमण। गौरतबल है कि टास्क फोर्स ने सहारनपुर रोड जोन में शुक्रवार को मातावाला बाग से सहारनपुर चौक तक सड़क के दोनों ओर चिह्नित किए गए 45 अतिक्रमणों को ध्वस्त किया। इस दौरान पार्किंग में पार्टी लॉन संचालित करने पर पटेलनगर स्थित एक नामी होटल और व्यावसायिक गतिविधियों से संबंधित कागजात न दिखाने पर निरंजनपुर मंडी स्थित तीन शोरूमों को सील कर दिया गया। आज सहारनपुर चौक से आगे अभियान चलाया जाएगा। शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे से एसडीएम प्रत्यूष कुमार, सीओ राकेश देवली के नेतृत्व में अभियान शुरू हुआ। टीम ने गुरुवार को चिह्नित किए गए 45 अस्थाई और स्थाई अतिक्रमणों को ध्वस्त कराया। टीम ने विभिन्न प्रतिष्ठानों की ओर से बनाए गए रैंप, होर्डिंग्स और चबूतरों को जेसीबी से तुड़वाया। इस दौरान टीम ने विभिन्न प्रतिष्ठानों में पार्किंग व्यवस्था भी देखी। पटेलनगर स्थित नरूला होटल की पार्किंग में टीम को पार्टी लॉन चलता मिला। जिस पर टीम ने होटल को सील कर दिया। होटल स्वामी रमेश नरूला के समर्थन में होटल एसोसिएशन से जुड़े कई लोग मौके पर पहुंचेऔर होटल में कई लोगों के रुके होने की बात कहकर कुछ दिन की मोहलत देने की मांग की,  लेकिन टीम ने कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए ऐसा करने से मना कर दिया। टीम ने होटल में रुके लोगों को बाहर निकालकर होटल सील कर दिया। वहीं, निरंजनपुर सब्जी मंडी के पास अग्रवाल फर्नीचर, डीएस ध्यानी एंड कंपनी, संगम ट्रेडर्स के शोरूम में पार्किंग न मिलने और व्यावसायिक गतिविधियों से संबंधित कागजात न दिखाने पर सील कर दिया। अफसरों के मुताबिक शनिवार को सहारनपुर चौक से आगे अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान इंस्पेक्टर पटेलनगर सूर्यभूषण नेगी समेत एमडीडीए, लोनिवि, सिचांई विभाग के अफसरों और कर्मचारी समेत भारी पुलिस फोर्स मौजूद रहे।

हरिद्वार रोड पर लोगों ने खुद ही तोड़ने शुरू किए अतिक्रमण 
अतिक्रमण हटाओ अभियान के तीसरे दिन अभियान ने तेजी पकड़ ली। दूसरे दिन हरिद्वार रोड की टास्क फोर्स ने दिनभर में पचास से अधिक अतिक्रमण तोड़े। टीम को अभियान के दौरान लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा, लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक नहीं चली। अभियान के समय चंचल डेरी से अजबपुर चौक तक जीरो जोन कर दिया गया। हरिद्वार रोड में शुक्रवार को अभियान शुरू होता। इससे पहले ही लोगों ने अपने अतिक्रमण को खुद ही हटाना शुरू कर दिया था। सुबह 11 बजे अतिक्रमण हटाने को टीम पहुंची उस समय लोग खुद अतिक्रमण हटा रहे थे। ऐसे अतिक्रमणों से इतर टीम ने दूसरे अतिक्रमण हटाने शुरू किए। कल्पेश्वरी मोटर्स, चंचल स्वीट शॉप, दया पैलेस, द आर्चेड वेडिंग प्वाइंट के आगे के हिस्से व चाहरदीवारी को जेसीबी से तोड़ा गया। हिमपैलेस होटल के आगे भी अतिक्रमण हटाया गया। पूरे दिन भर में टीम ने तेजी दिखाते हुए पचास से अधिक अतिक्रमण हटा डाले। यहां अतिक्रमण चिह्नित कर लाल निशाल भी लगाए गए। अभियान दल के सामने कई दुकानदार नक्शे व निर्माण से जुड़े कागज लेकर भी पहुंचे, लेकिन टीम पर कोई असर नहीं हुआ। टीम का नेतृत्व सिटी मजिस्ट्रेट मनुज गोयल, एसडीएम मसूरी मीनाक्षी पटवाल ने किया। 

राजपुर रोड पर 70 अतिक्रणकारियों को नोटिस
अतिक्रमण के खिलाफ राजपुर रोड पर चल रहे अभियान के तीसरे दिन तीस नोटिस जारी किए गये। अभियान में किसी दुकान की सीढ़ियां कब्जा कर बनाई मिली तो किसी की आधी दुकान ही अतिक्रमण की चपेट में आ रही है। वहीं, सिंचाई विभाग की नहर पर तो सौ फीसदी कब्जा मिला। शनिवार तक राजपुर रोड में चिह्नीकरण का कार्य पूरा होने की संभावना है। 
राजपुर रोड सुबह साढ़े दस बजे अभियान शुरू हुआ। गुरुवार तक अभियान में लगभग 70 अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर दिये गये थे। दिलाराम चौक से नीचे की तरफ लगभग सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों का फ्रंट अतिक्रमण कर बनाया गया है। लिहाजा, सिंडिकेट बैंक तक सभी पर लाल निशान लगाया गया। इस दौरान कई व्यापारियों ने अपनी दलील देने का प्रयास किया, लेकिन टीम ने लगभग सभी को नोटिस देकर 24 घंटे का समय दिया। दिये गये समय के बाद टीम खुद जेसीबी से अवैध निर्माण तोड़ देगी। एमडीडीए उपाध्यक्ष और नोडल अधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि राजपुर रोड पर चिह्नीकरण कार्य पूरा होने के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जायेगी। चिह्नीकरण में जिनका भी कब्जा मिला है। उन्हें नोटिस जारी किये गये हैं। 

राजपुर रोड पर कई जगह 30 मीटर तक कब्जा
राजपुर रोड पर कई जगह तीस मीटर तक कब्जा किया हुआ है। इस बात की पुष्टि शुक्रवार को अतिक्रमण का चिह्नीकरण कर रही टीम के सामने ही हो गई। दिलाराम चौके से नीचे कई जगह जब फीता डाला गया तो पीडब्ल्यूडी और सिंचाई विभाग की नहर के बीच सरकारी जमीन पर सौ फीसदी तक कब्जा मिला। 
अब अगर नियम के अनुसार, ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होती है तो फिर एक नहीं, कई जेसीबी को मौके पर बुलाना पड़ेगा। यहां  एक मीटर से तीस मीटर तक कब्जा किया हुआ है। वहीं, एक बिल्डर ने सिंचाई विभाग की नहर को ही ब्लॉक कर दिया। उसको भी नोटिस दिया गया। वहीं, सिंडिकेट बैंक से नीचे ज्यादातर दुकानों के आगे की सीढ़ियां ही टूट सकती हैं। कई दुकानदारों ने आरोप लगाया कि पीडब्ल्यूडी ने रोड के बीच में डिवाइडर गलत बनाया है, इसलिये सचिवालय की तरफ ज्यादा जगह है और दूसरी तरफ कम। अगर डिवाइडर बीच में होता तो दोनों तरफ बराबर जमीन निकलती। 

एमडीडीए सवालों के घेरे में
शहर में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की लापरवाही सामने आई है। अभियान में पता चल रहा है कि नक्शे के विपरीत शहर में नर्सिंग होम से लेकर व्यावसायिक भवन बने हैं।  खुद एमडीडीए अब जाकर इन्हें सील कर रहा है। सवाल इस बात का है कि इससे पहले एमडीडीए ने कार्रवाई क्यों नहीं की।  आवासीय भवनों से लेकर व्यावसायिक भवनों के नक्शे पास करने तथा नक्शे के अनुसार काम हो रहा है या नहीं, इसे देखना एमडीडीए का काम है।  इस अभियान में एमडीडीए खुद घिर गया है। अतिक्रमण हटाओ अभियान की टीम में शामिल एमडीडीए अधिकारी जब मैदान में उतरे तो हकीकत सामने आ गई। शुक्रवार को एमडीडीए ने अभियान के दौरान तीन शोरूम व एक होटल को सील किया।  कहीं पर पार्किंग नहीं थी तो कहीं पर पार्किंग का गलत इस्तेमाल किया जा रहा था। बीते गुरुवार को ही चले अभियान में एमडीडीए ने सहारनपुर रोड में एक कॉम्पलेक्स भी सील किया। रिस्पना पुल के पास नक्शे के विपरीत हुए काम पर दो नर्सिंम होम सील किए। ऐसे और भी अवैध प्रतिष्ठान शहर में हो सकते हैं। 

रायपुर रोड का अतिक्रमण कब हटेगा
पिछले दो दिन से शहर में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान में रायपुर रोड को शामिल नहीं किया गया है, जबकि रायपुर रोड को फोर लेन करने का काम अतिक्रमणों से कारण अटका हुआ है।  इस रोड में तीन दर्जन से ज्यादा अतिक्रमण हैं। लोनिवि ने अतिक्रमणों पर लाल निशानदेही तो कर दी थी, लेकिन विरोध के चलते अतिक्रमण नहीं टूट पाए।  अतिक्रमण हटाने के अभियान में शहर की मुख्य रोड रायपुर रोड शामिल नहीं है। जबकि इस रोड में अक्सर जाम की समस्या रहती है। सर्वे चौक से लाडपुर तिराहे तक सड़क चौड़ी की जानी थी। लोनिवि की ओर से रायपुर रोड को डबल लेन की बजाए फोर लेन करना था, ताकि यातायात की समस्या दूर हो सके और जाम न लग पाए।  लोनिवि ने बीते साल इस रोड पर अतिक्रमणों को चिह्नित किया था। जानकारी के मुताबिक करीब चालीस अतिक्रमण सामने आए थे और इसके बाद उन पर लाल निशानदेही कर दी गई थी।  अतिक्रमणों के न हटने से चूना भट्टा से लेकर लाडपुर रिंग रोड तक  सड़क चौड़ीकरण का काम लटका हुआ है, जबकि इसके लिए बजट भी पास है।  

..तो हरिद्वार रोड बनेगी मॉडल रोड
सरकार ने हरिद्वार रोड को भी मॉडल रोड बनाने की योजना बनाई थी।  इसके लिए रिस्पना पुल से लेकर प्रिंस चौक तक अतिक्रमण चिह्नित किए गए थे, लेकिन कुछ लोग कोर्ट की शरण चले गए और इस मार्ग को मॉडल रोड बनाने की योजना अधर में लटक गई। अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद रिस्पना पुल से अतिक्रमण तोड़ने का अभियान शुरू होने से मॉडल रोड की उम्मीद जग गई है। लिहाजा प्रशासन, लोनिवि, नगर निगम की टीम ने कुछ माह पहले हरिद्वार रोड को मॉडल रोड बनाने के लिए पहले जो अतिक्रमण चिह्नित किए थे। उन अतिक्रमणों को भी इस अभियान में तोड़ा जा रहा है।  अतिक्रमण टूटने के बाद ये सड़क खुली खुली लगने लगी है।

त्यागी रोड के होटल भी निशाने पर
प्रिंस चौक से त्यागी रोड की तरफ लोनिवि की टीम ने कई अतिक्रमण चिह्नित किए थे। इसकी जद में कई होटल तक शामिल थे। बायकायदा सभी अतिक्रमणों पर लाल निशान तक लगाए गए थे। अब उम्मीद जगी है कि हाईकोर्ट के आदेश पर चल रहे अभियान में त्यागी रोड के अतिक्रमणों को हटाने का नंबर भी आ पाएगा। त्यागी रोड के होटल, बार, व्यावसायिक भवन, आवासीय भवन तक अतिक्रमण की जद में है।

अतिक्रमण तोड़ने से फैला मलबा बना मुसीबत
शहर के चारों तरफ अतिक्रमण तोड़ने का अभियान चल रहा है। इससे जमा हुए मलबे का निस्तारण प्रशासन के लिए मुसीबत बन गया है। मलबे को डंप करने के लिए लोकेशन ढूंढी जा रही है। वहीं अतिक्रमण के मलबे से सड़क की नालियां भी भर गई हैं। यहां बरसात जलभराव का कारण बन सकती है।

 

 
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