जो ईश्वर का दर्शन करवाए वही सच्चा गुरु:डॉ. सर्वेश्वर
निरंजन फार्म मोथरोवाला में चल रही श्री शिव कथा के षष्ठम दिवस पर डॉ. सर्वेश्वर ने तारकासुर वध की गाथा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि तारकासुर का अर्थ है समाज में झूठे धर्मगुरु। इसके अलावा, नर्मदेश्वर...

निरंजन फार्म मोथरोवाला में चल रही सात दिवसीय श्री शिव कथा के षष्ठम दिवस दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संस्थापक आशुतोष महाराज के शिष्य कथा व्यास डॉ. सर्वेश्वर ने तारकासुर वध की गाथा को भक्तों के समक्ष प्रस्तुत किया। कथा का मर्म समझाते हुए उन्होंने कहा कि ये तारकासुर प्रतीक है समाज में प्रतिष्ठित तथाकथित धर्मगुरुओं का। तारकासुर का शाब्दिक अर्थ है तारने वाला असुर। अर्थात् वो झूठे तथाकथित धर्मगुरु जो समाज को तारने के उपदेश तो देते हैं लेकिन न तो उन्होंने स्वयं ईश्वर का दर्शन किया है और न ही अपनी शरण में आए जिज्ञासुओं को ईश्वर दर्शन करवाने का सामर्थ्य रखते हैं। उल्टा लोगों को अपने शब्दजाल में फंसा कर और भी भ्रमित कर देते हैं। मौके पर महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, डॉ. चिराग बहुगुणा, कैलाश राम तिवारी, शीला तिवारी, धनीराम तिवारी मौजूद रहे।
श्रीमद भागवद ज्ञान सप्ताह में निकली भव्य कलश यात्रा
देहरादून, वरिष्ठ संवाददाता।
निरंजनपुर के विजय पार्क क्षेत्र में नर्मदेश्वर मंदिर समिति द्वारा श्रीमद भागवत ज्ञान सप्ताह का आयोजन शुक्रवार से किया गया। इस मौके पर समस्त क्षेत्रवासियों ने कलश यात्रा का आयोजन किया। कलश-यात्रा कथा स्थल नर्मदेश्वर महादेव मन्दिर, विजय पार्क से प्रारंभ होकर क्षेत्र के प्रमुख मार्गों से होते हुए कथा-पंडाल तक पहुंची। कलश यात्रा डोल-नगाड़ों के साथ निकाली गई। जिसमें मातृशक्ति सिर पर कलश लेकर चल रही थीं। कलश यात्रा का क्षेत्र वासियों द्वारा जगह जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। कलश यात्रा के मुख्य अतिथि कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभिनव थापर ने कथा व्यास का सम्मान किया। मौके पर नर्मदेश्वर मंदिर समिति विजय पार्क के मुख्य पुजारी आचार्य शिवम अवस्थी ने बताया कि नर्मदेश्वर मंदिर में श्रीमद भागवत ज्ञान सप्ताह का आयोजन 3 जनवरी तक होगा। पूर्णाहुति एवं समापन 3 जनवरी को होगा। मौके पर गौरव जोशी, अनिता नौटियाल, उर्मिला परिहार, मीना देवी, सत्यम अवस्थी मौजूद रहे।
हिंदू ग्रंथ जीवन का मूल मंत्र
देहरादून, श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के तत्वाधान में महादेव विहार निरंजनपुर मंडी चौक में चल रही श्रीमद्भागवत कथा आयोजन के पंचम दिवस कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमारे उपनिषद और श्रीमद भागवत कथा में मानव जीवन का पूरा सार लिखा हुआ है। एआई तकनीक की खोज अब हो रही है जबकि हमारे पुराणों और कथाओं में हजारों वर्ष पहले ही छद्दम वेश और क्लोन तक की कथाओं के प्रमाण हैं। पौराणिक ग्रंथों में ब्रह्मांड के सारे सूत्र लिखित हैं। नक्षत्रों से लेकर अक्षांशों तक विवरण धार्मिक पुस्तकों में है।
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