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जिले में आठ से होगी जमीनों की रजिस्ट्री

जिले में आठ मई से जमीनों की सर्शत रजिस्ट्रियां होंगी। जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने इसे लेकर मंगलवार को आदेश जारी कर...

जिले में आठ से होगी जमीनों की रजिस्ट्री
हिन्दुस्तान टीम,देहरादूनTue, 05 May 2020 07:52 PM
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जिले में आठ मई से जमीनों की सर्शत रजिस्ट्रियां होंगी। जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने इसे लेकर मंगलवार को आदेश जारी कर दिया। आदेश में कहा गया है कि एक दिन में एक सब रजिस्ट्रार कार्यालय में अधिकतम दस रजिस्ट्रियां होंगी। एक रजिस्ट्री के बीच आधे घंटे का अंतराल रखा जाएगा। रजिस्ट्री की प्रक्रिया के लिए एक दिन पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

जिलाधिकारी की तरफ जारी आदेश में कहा गया कि लॉक डाउन के दौरान केवल उन रजिस्ट्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी जिनमें बेचने वाला और खरीदार एक-एक ही लोग हैं। एक से ज्यादा खरीदार या विक्रेताओं वाली रजिस्ट्रियां अभी फिलहाल नहीं होंगी। ऐसा भीड़ कम आए इस उद्देश्य से किया जा रहा है। रजिस्ट्री के दौरान सब रजिस्ट्रार कार्यालय में एक वक्त में पांच से अधिक लोग प्रवेश नहीं कर पाएंगे। इन्हें भी सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखना होगा। डीएम के मुताबिक रजिस्ट्री कराने वालों को एक दिन पहले विभागीय वेबसाइट registration.uk.gov.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्री की प्रक्रिया के पूरे दस्तावेजों संग आवेदन करना होगा। इन दस्तावेजों को जांच कर सब रजिस्ट्रार अगले दिन ई-मेल के जरिए रजिस्ट्री का वक्त देंगे। उस समय के हिसाब से रजिस्ट्री कराने वाले को अपने संबंधित सब रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचाना होगा। वहीं जिनके दस्तावेज पूरे नहीं होंगे, उन्हें दस्तावेज की कमी की जानकारी भी ऑनलाइन या ईमेल से मिल जाएगी। बता दें कि जिले में दून शहर में चार, विकासनगर में दो और ऋषिकेश में एक सब रजिस्ट्री कार्यालय है। इनमें हर रोज अधिकतम संख्या में रजिस्ट्रियां हुईं तो यह संख्या 70 पहुंच पाएगी।

अधिवक्ता बोले संक्रमण से बचने को पर्याप्त इंतजाम हों

रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू होते ही बार एसोसिएशन ने इस पर सवाल उठाया है। बार एसोसिएशन अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने बताया कि उन्होंने बीते हफ्ते भी इसे लेकर आपत्ति दर्ज की थी। कहा कि रजिस्ट्री के दौरान बायोमेट्रिक प्रक्रिया अनिवार्य है। वर्तमान हालात में इससे कोराना संक्रमण फैलने का बड़ा खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री शुरू होने पर सोशल डिस्टेंस से लेकर सेनेटाइजेशन की निगरानी की जाएगी। इसमें कमी मिली तो रजिस्ट्री प्रक्रिया का विरोध किया जाएगा। किसी भी अधिवक्ता को खतरे में नहीं डाल जाएगा।

स्टॉप वेंडरों की आएगी भीड़

बार एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा कि जिले में 350 के करीब स्टॉप वेंडर हैं। इनमें अधिकांश देहरादून में हैं। इनके बस्ते करीब-करीब हैं। ऐसे में वहां सोशल डिस्टेंस टूट सकती है। उन्होंने कहा कि स्टॉप वेंडरों के आने के लिए रोटेशन के हिसाब से दिन तय किए जाने चाहिए। ताकि व्यवस्था बनी रहे।

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