जातिगत आरक्षण के विरोध में गांधी पार्क में प्रदर्शन
एससीएसटी एक्ट पर सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों को दरकिनार करने का आरोप लगाते हुए विभिन्न संगठनों, बुद्धिजीवियों और युवाओं ने रविवार को अखिल भारतीय समानता मंच के तत्वावधान में केंद्र सरकार के...
एससीएसटी एक्ट पर सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों को दरकिनार करने का आरोप लगाते हुए विभिन्न संगठनों, बुद्धिजीवियों और युवाओं ने रविवार को अखिल भारतीय समानता मंच के तत्वावधान में केंद्र सरकार के खिलाफ गांधी पार्क के मुख्य गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान भारत सरकार को प्रेषित हस्ताक्षरित ज्ञापन के जरिए संगठनों ने अपना रोष व्यक्त किया। जातिगत आरक्षण के खिलाफ एक जुट होकर ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। साथ ही इस मुद्दे पर आम जनता से भी अपना सहयोग मांगा। इस मौके पर समानता मंच के प्रांतीय अध्यक्ष केवीएस रावत ने कहा कि एसएसटी एक्ट में संसद की ओर से किए गए बदलावों और जातिगत आरक्षण को बढ़ावा देने पर समाज में बड़ा आक्रोश व्याप्त है। ऐसे बदलावों से न देश का भला होगा और न देश वासियों का। इस मु्द्दे को लेकर प्रदेश में कई मंच और संगठन लामबद्ध हो चुके हैं। आंदोलन को बड़ा रूप दिया जाएगा। इस अवसर पर समानता मंच के मोहन खत्री, वीपी ममगाईं, रविंद्र जुगरान, प्रकाश गौड़, सौरभ ममगाईं सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अब आंदोलन को देंगे बल
गांधी पार्क में प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय समानता मंच के प्रांतीय महामंत्री प्रदीप कुकरेती ने कहा कि एससीएसटी एक्ट को लेकर पूरे उत्तराखंड में आंदोलन तेज करने की रणनीति बनाई जा रही है। इस आंदोलन को हर हाल में बल दिया जाएगा। देशहित और समाज हित के लिए सभी सवर्ण संगठन इच्छा और ताकत के साथ आंदोलन के लिए तैयार हैं। इसके लिए उत्तराखंड की अधिकांश तहसीलों में मंच की शाखाओं का गठन कर लिया गया है।
कई संगठनों के लोग रहे मौजूद
प्रदर्शन के दौरान समानता मंच के राष्ट्रीय महासचिव वीपी नौटियाल, शाखाध्यक्ष डीएस सरियाल, महासचिव चमनलाल असवाल, वीके धस्माना, गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम थापा, कर्नल सीवी थापा, नेशनल एसोसिएशन फार पेरेंट्स एंड स्टूडेंट राइट्स के आरिफ खान, राम सिंह, संयुक्त नागरिक संगठन के अध्यक्ष ब्रिगेडियर केजी बहल के अलावा देहरादून एक्स सर्विस मैन लीग, उत्तराखंड कर्मचारी शिक्षक मोर्चा, उत्तराखंड आंदोलनकारी संगठन आदि के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन में शिरकत की।