दिव्यांगों से ये कैसा सलूख, पुलिस ने धरनास्थल से जबरन उठाया- देखिए VIDEO
तीन दिनों से अनशन पर बैठे दिव्यांगों ने शनिवार को अचानक अपना आंदोलन तेज कर दिया। पहले धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। फिर सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ भी किया। इसके बाद...
तीन दिनों से अनशन पर बैठे दिव्यांगों ने शनिवार को अचानक अपना आंदोलन तेज कर दिया। पहले धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। फिर सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ भी किया।
इसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए धरनास्थल से ही दिव्यांगों को स्ट्रेचर से एंबुलेंस में डाल दिया। पुलिस की ओर से धरना स्थल से उठाए गए प्रदेश अध्यक्ष अमित डोभाल सहित दिव्यांग आंदोलनकारी अपूर्व नौटियाल और बृजमोहन नेगी को सीधे दून अस्पताल पहुंचाया गया। राष्ट्रीय विकलांग अधिकार एवं कर्तव्य संगठन के बैनरतले दिव्यांग मंच पेंशन बढ़ाने और बैकलॉग भर्ती सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है।
मंच प्रदेश अध्यक्ष अमित डोभाल ने कहा कि जब तक दिव्यांगों की नौ सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की मासिक पेंशन 3500 रुपये की जानी चाहिए। दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए सरकार सभी स्कूलों में विशेष शिक्षकों की तैनाती करे। साथ ही देहरादून में अलग से उत्तराखंड दिव्यांग भवन का निर्माण करवाया जाए। प्रदर्शन में अपूर्व नौटियाल, बृजमोहन सिंह नेगी, विजय कृष्ण शास्त्री आदि शामिल रहे।
शनिवार को पुलिस कार्रवाई की दिव्यांगों ने एक सुर में निंदा की। उन्होंने इसे अमानवीय करार दिया। दिव्यांग आंदोलनकारी अपूर्व नौटियाल ने कहा कि पुलिस सभी मानवीय मूल्यों को भूलकर दिव्यांगों के पंडाल में जबरन घुस गई। पुलिस ने ऐसे दिव्यांगों पर जोर जबरदस्ती की, जो अपने हाथ-पैर तक नहीं चला सकते। नौटियाल ने कहा कि यह राज्य सरकार के लिए शर्मनाक बात है कि दिव्यांगों को पुलिस जबरन खींच कर पंडाल से उठाकर ले गई।