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दिल्ली में बैठकर पीएम मोदी ने ड्रोन के जरिये देखे केदारनाथ के काम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रोन के जरिए केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। बर्फबारी के बीच भी केदारनाथ में निर्माण कार्य तेज गति से चलने पर उन्होंने सरकार को शाबासी दी। मुख्य सचिव ने...

दिल्ली में बैठकर पीएम मोदी ने ड्रोन के जरिये देखे केदारनाथ के काम
देहरादून, विशेष संवाददाताThu, 01 Mar 2018 02:44 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रोन के जरिए केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। बर्फबारी के बीच भी केदारनाथ में निर्माण कार्य तेज गति से चलने पर उन्होंने सरकार को शाबासी दी। मुख्य सचिव ने उन्हें तीन माह के भीतर सभी निर्माण कार्य पूरा करने का भरोसा दिया। 

बुधवार अपराह्न साढ़े तीन बजे प्रधानमंत्री मोदी पीएमओ से वीडियो कांफ्रेंसिंग से सीधे सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से जुड़े। सबसे पहले उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने उन्हें केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की जानकारी दी। इसके कुछ देर बाद मोदी ने ड्रोन से निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मुख्य सचिव से पूछा कि मंदिर के चबूतरे का कितना विस्तार हुआ। सिंह ने कहा कि 1500 वर्ग मीटर से बढ़ाकर अब इसे 4125 वर्ग मीटर कर दिया है। फर्श पर पत्थर बिछाने का कार्य चल रहा है। मोदी ने पूछा कि क्या सरस्वती नदी में जाने का रास्ता ठीक हो गया।

मुख्य सचिव ने कहा कि बर्फ पड़ी होने से अभी काम शुरू नहीं हो पाया, बर्फ पिघलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। मुख्य सचिव ने बताया कि मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के संगम स्थल से मंदिर तक 270 मीटर तक जमा 12 फीट मलबा हटा दिया गया है। मंदिर तक 50 फीट चौड़ाई का मार्ग निर्माणाधीन है। 24 भागों में बंटे इस मार्ग के 20 पैनल में सतह के कार्य पूरे हो चुके हैं।  उन्होंने बताया कि आदि शंकराचार्य कुटीर एवं संग्रहालय निर्माण का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। गरुड़चट्टी से श्री केदारनाथ 3.5 किमी पैदल मार्ग पुनर्निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। इसमें 1.6 किमी का कार्य पूर्ण हो गया है। 

गौरीकुंड से लिंचौली होते हुए श्री केदारनाथ मार्ग के चौड़ीकरण और सुधारीकरण का कार्य चल रहा है। सिंह ने बताया कि केदारनाथ में हिमस्खलन और भूस्खलन से बचाव के लिए 300 मीटर में बैरियर और ड्रेनेज का निर्माण चल रहा है। उन्होंने अगले तीन महीने में कार्य पूरा होने का भरोसा दिया। मोदी बीच-बीच में मुख्य सचिव को कुछ सुझाव भी देते रहे।

ड्रोन ने सोनप्रयाग से भरी उड़ान 

अपराह्न पौने चार बजे ड्रोन ने सोनप्रयाग से उड़ान भरी। लगभग 20 मिनट में ड्रोन केदारनाथ पहुंच गया। इस दौरान वहां मौसम साफ रहा, हालांकि ड्रोन के ऊपर-नीचे की लोकेशन बदलने से कई बार मौके की तस्वीरें साफ नजर नहीं आई।  मोदी ड्रोन के जरिए सरस्वती व मंदाकिनी नदियों के बाढ़ सुरक्षा व घाटों का निर्माण, मंदिर का चबूतरा और पीछे की सुरक्षा दीवार और अन्य निर्माण कार्यों का जायजा लिया। जब ड्रोन केदारनाथ धाम से गुजरा, उस वक्त भी वहां तेजी से निर्माण कार्य चल रहे थे।

चलिए आपने केदारनाथ के दर्शन करा दिए 

ड्रोन के जरिए जब मोदी ने केदारनाथ के कार्यों का जायजा लिया तो बाद में वे बोले कि चलिए आपने ड्रोन के जरिए केदारनाथ जी के दर्शन तो करा दिए । उन्होंने इसके लिए मुख्य सचिव व पूरी मशीनरी को बधाई दी। देश के सभी मुख्य सचिव प्रो एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इम्पलीमेंटेशन के जरिए सीधे पीएमओ से जुड़े थे। मोदी के उनके समक्ष ही मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की सराहना भी की।

इन कार्यों का किया था शिलान्यास 

मोदी ने 20 अक्तूबर, 2017 को केदारनाथ में पांच पुनर्निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया था। इनमें केदारनाथ पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण, सरस्वती और मंदाकिनी नदी पर सुरक्षा दीवार और घाट निर्माण, तीर्थ पुरोहितों के आवासीय भवनों का निर्माण और आदिगुरु शंकराचार्य कुटीर और संग्रहालय का निर्माण था। इन सभी निर्माण कार्यों में तेजी होने पर मोदी गदगद दिखाई दिए।

मातृ वंदना योजना में 11 हजार को लाभ 

मुख्य सचिव ने मोदी को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मातृ वंदना योजना में उत्तराखंड को 24.27 करोड़ रुपये की धनराशि दी गई थी। अब  11,243 लाभार्थियों को लाभ मिल चुका है।

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