उत्तराखंड में पर्यटन को उद्योग का दर्जा, जानिए कैबिनेट के प्रमुख फैसले
राज्य में पर्यटन कारोबार को सरकार ने उद्योग का दर्जा दे दिया है। एमएसएमई पॉलिसी के तहत पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने का फैसला बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की अध्यक्षता में टिहरी झील में...
राज्य में पर्यटन कारोबार को सरकार ने उद्योग का दर्जा दे दिया है। एमएसएमई पॉलिसी के तहत पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने का फैसला बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की अध्यक्षता में टिहरी झील में पहली बार फ्लोटिंग मरीना में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया। कैबिनेट ने राज्य में 13 नये पर्यटन स्थलों को भी मंजूरी दी।
कैबिनेट बैठक के फैसलों की जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि राज्य में पर्यटन कारोबार को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन को उद्योग का दर्जा दे दिया गया है। इससे राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में काम करने वाले कारोबारियों को एमएसएमई पॉलिसी के तहत मिलने वाली छूट का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन के विकास को लेकर ही सरकार ने 13 नये डेस्टिनेशन विकसित किए जाने का फैसला लिया है। राज्य कैबिनेट ने 13 नये डेस्टिनेशनों को चिह्नित करते हुए उन्हें विकसित किए जाने का फैसला लिया है। राज्य में एकल महिलाओं की सहायता को सरकार पंडित दीन दयाल योजना के तहत एक फीसदी ब्याज पर एक लाख का ऋण उपलब्ध कराएगी।
राज्य के छोटे शहरों का होगा विकास
13 नये टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित होने से राज्य के छोटे शहरों का भी विकास होगा। इन शहरों का विकास टूरिज्म हब के रूप में होगा। इससे यहां ढांचागत सुविधाओं का विकास होगा। सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ ही व्यवसायिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
कैबिनेट के फैसले
- राज्य अधीनस्थ सेवा वैयक्तिक सहायक की नियमावली को मंजूरी
- राज्य अधीन वैयक्तिक सहायक पदोन्नति नियमावली मंजूर
- भारतीय चिकित्सा परिषद का ढांचा मंजूर
- वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना का दायरा बढ़ाया
- मेगा इंडस्ट्री पॉलिसी में संशोधन
- जगत गुरू आश्रम धर्माथ चिकित्सालय रुद्रप्रयाग का संचालन अब सरकार करेगी
- एससी, एसटी, ओबीसी आरक्षण गणना 1.5 के ऊपर होने पर संख्या दो मानी जाएगी
- मंडी के माध्यम से फीस छूट को मेंथा प्रजाति के पदार्थ को बाहर किया गया
कारगर साबित होगा फैसला
पर्यटन कारोबार को उद्योग का दर्जा देने का फैसला कारगर साबित होगा। राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा। स्थानीय युवा भी पर्यटन कारोबार के क्षेत्र में आगे आएंगे। रॉफ्टिंग, बीच कैम्पिंग, साहसिक खेलों के जरिए पर्यटन के दूसरे क्षेत्रों में युवा निवेश करेंगे।