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भाषा को बचाने में कवियों का महत्वपूर्ण योगदान: बाबला

भारतीय साहित्य संगम की ओर से रविवार को ऑनलाइन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया...

भाषा को बचाने में कवियों का महत्वपूर्ण योगदान: बाबला
हिन्दुस्तान टीम,देहरादूनSun, 24 Oct 2021 07:50 PM
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देहरादून। भारतीय साहित्य संगम की ओर से रविवार को ऑनलाइन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि पर्यावरणविद व कवि जगदीश बाबला मुख्यअतिथि रहे। उन्होंने कहा कि भाषा को बचाने में कवियों का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके अलावा गोपरखपुर से साहित्यकार उमेश कुमार पटेल,पदमकांत शर्मा प्रभात विशिष्ट अतिथि रहे।

काव्य सम्मेलन की अध्यक्षता कवयित्री अरुणा वशिष्ठ ने की। संचालन मनोज कुमार गुप्ता आचार्य मनुश्री ने किया। काव्य पाठ में मध्यप्रदेश से प्रो.शरद नारायण खरे, हिमाचल प्रदेश से प्रो. हेमराज राणा, गोरखपुर से डॉ उमेश कुमार पटेल, दिल्ली से डॉ. अरुण कुमार शास्त्री, हरिद्वार से अरुणा वशिष्ठ, इलाहबाद से डॉ बालकृष्ण पांडे, श्रीनगर से शंभू प्रसाद भट्ट, रामपुर से शिव कुमार चंदन, देहरादून से राजेश डोभाल, ऋषिकेश से मनोज कुमार गुप्ता, अल्मोड़ा से कृपाल सिंह, हरदोई से सुखदेव पांडे, रायबरेली से राजेंद्र तिवारी, श्रीनगर से आरती पुंडीर, शांति निकेतन से जाने माने कवि ज्ञानेंद्र कुमार ने अपनी प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। इसके अलावा श्रोताओं में अनिल अग्रवाल, संगीत शिक्षक राहुल एस मार्कंडेय, इंदु अग्रवाल आदि शामिल रहे।

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