
स्वास्थ्य सचिव को मिला अव्यवस्थाओं का अंबार
संक्षेप: दून अस्पताल में टूटे बेड, टूटी खिड़कियां, गंदगी, फायर की एनओसी न होने पर
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार को दून अस्पताल में अव्यवस्थाओं का अंबार मिला। अस्पताल की नई ओटी इमरजेंसी बिल्डिंग में टूटे बेड, टूटी खिड़कियां, गंदगी, फायर की एनओसी न होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने अफसरों और कार्यदायी संस्था को फटकार लगाई। शनिवार को मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन जिला अस्पताल कोरोनेशन और दून अस्पताल का निरीक्षण करेंगे। सचिव ने अस्पताल के टूटे कांच, टूटे पड़े बेड फर्नीचर, उपकरणों के खराब रखरखाव और बदहाल सफाई व्यवस्था पर नाराजगी जताई। प्राचार्य को स्पष्ट कहा कि जब सरकार हर स्वास्थ्य सुधार के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, तो मरीजों को सुरक्षित, साफ-सुथरी और बेहतर सेवाएं क्यों नहीं मिल रही? टूटे दरवाजे और कांच मरीजों और कर्मचारी दोनों के लिए गंभीर खतरा हैं।

फायर एनओसी न होने पर भी उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। कहा कि सुरक्षा मानकों और सफाई व्यवस्था की अनदेखी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी। तीनों अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह में सुधार और रिपोर्ट नहीं आई। तो लापरवाह कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान प्राचार्य डा गीता जैन, एमएस डा आरएस बिष्ट, डीएमएस डा एनएस बिष्ट आदि मौजूद रहे। ---- सितंबर तक फायर एनओसी का अल्टीमेटम स्वास्थ्य सचिव ने कार्यदायी संस्था को हिदायत दी की फायर की एनओसी सितंबर अंत तक हर हाल में दे दी जाए। ऐसा न होने पर संस्था को ब्लैक लिस्ट और एफआईआर की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधूरे पड़े निर्माण कार्यों को भी तुरंत पूरे करने की हिदायत दी। जगह–जगह सीलन को लेकर भी नाराजगी जताई।

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