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एससी-एसटी उद्यमियों को सहारा देगी सरकार : गिरिराज

प्रदेश में एससी-एसटी उद्यमियों को केंद्र सरकार हर संभव सहारा देगी। दलितों का आर्थिक उत्थान कर उन्हें रोजगार देने वाला बनाना हमारा लक्ष्य है। ये बात शनिवार को दून पहुंचे केंद्रीय सूक्ष्य, लघु एवं...

एससी-एसटी उद्यमियों को सहारा देगी सरकार : गिरिराज
हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनSun, 24 Jun 2018 08:36 AM
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प्रदेश में एससी-एसटी उद्यमियों को केंद्र सरकार हर संभव सहारा देगी। दलितों का आर्थिक उत्थान कर उन्हें रोजगार देने वाला बनाना हमारा लक्ष्य है। ये बात शनिवार को दून पहुंचे केंद्रीय सूक्ष्य, लघु एवं मध्यम उद्यम(एमएसएमई) राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने कही। वे ओएनजीसी ऑडिटोरियम में आयोजित एससी-एसटी हब स्टेट कांक्लेव में भाग लेने आए थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एससी-एसटी को स्वावलंबी बनाने के लिए एमएसएमई के तहत नई खरीद योजना शुरू की है। जिसमें केंद्र सरकार के विभाग और केंद्रीय पीएसयू आदि को अपनी कुल खरीद का 4 प्रतिशत एससी-एसटी उद्यमियों से खरीदना होगा। इसके लिए एससी-एसटी उद्यमी बनाने को भी सरकार कई योजनाएं चला रही है।

घटते शिल्पकार उद्योग पर चिंता जताई

उन्होंने प्रदेश में घटते शिल्पकार उद्योग पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार ऐसे उद्योगों को चिन्हित करे,केंद्र उसको बढ़ाने के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर खोलेगा।  उन्होंने रोजगार पर विपक्षी नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि रोजगार का मतलब सिर्फ सरकारी नौकरी नहीं। हमने युवाओं को हुनरमंद बनाकर उन्हें स्वावलंबी बनाया। जो गफलत में हैं वे अपने 50 साल और हमारे चार साल के आंकड़ों का मिलान कर लें। सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि सरकार सबको सरकारी नौकरी नहीं दे सकते। हम स्किल्ड बनाकर युवाओं को रोजगार दे रहे हैं। कहा कि स्थानीय जड़ी बूटियों पर आधारित पूजा अर्चना सामग्री को स्वरोजगार से जोड़ने की योजना जल्द सरकार शुरू करने जा रही है। उन्होंने घोषणा की कि वस्त्र मंत्रालय उत्तराखंड में टैक्सटाइल रिसर्च सेंटर खोलना चाहता है जिसके लिए सरकार भूमि देने को तैयार है।

हस्तशिल्प उद्योग लगभग खत्म

केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा ने प्रदेश की सीमाओं के खाली  होने पर चिंता जताई। कहा कि आज प्रदेश का हस्तशिल्प उद्योग लगभग खत्म हो गया है। इसके लिए प्रयास करने होंगे। इसमें आधुनिक तकनीक को जोड़कर इसे स्वरोजगार को एक बड़ा जरिया फिर से बनाया जा सकता है। उन्होंने दून, हरिद्वार, के अलावा कुमाऊं और गढ़वाल में एक एक हुनर प्रशिक्षण शिविर खोलने की मांग भी की।  इस मौके पर एसएसीएसटी उद्यमियों की डायरेक्टरी का विमोचन भी किया गया। विधायक सुरेश राठौर, प्रमुख सचिव उद्योग मनीषा पंवार, एमएसएमई के संयुक्त सचिव  अलका अरोड़ा, निदेशक-एमएसएमई डा. पीजीएस राव,इंडियन चैंबर और कामर्स फार एफिरमेटिव एक्शन के अध्यक्ष सुनील जोडे, नेशनल स्माल इंडस्ट्री कार्पोरेशन लिमिटेड के जोनल जीएम विजय प्रकाश, आईसीसीएए एसोसिएशन के सुरेश रावत आदि रहे मौजूद।  
 

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