गैरसैण को लेकर दूसरे दिन ढोल दमाऊं के साथ प्रदर्शन
पहले प्रदर्शन का आगाज मंगलवार सुबह ढोल दमाऊं की थाप पर किया गया।
उत्तराखंड की स्थाई राजधानी गैरसैण बने, इस मांग को लेकर राजधानी गैरसैण निर्माण अभियान ने मंगलवार को दूसरे दिन भी परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर अपना उपवास और प्रदर्शन जारी रखा।
धरना स्थल पर इस दौरान अभियान से जुड़े मनोज ध्यानी और पीसी थपलियाल उपवास पर रहे। इससे पहले प्रदर्शन का आगाज मंगलवार सुबह ढोल दमाऊं की थाप पर किया गया। जहां मौके पर पूर्व कमीश्नर एसएस पांगती कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने पहुंचे। पांगती ने कहा कि राज्य का सही ढांचा और व्यवस्था तभी मजबूत होगी जब गैरसैण को राजधानी बनाया जाएगा। वहीं इस दौरान लोक संगीतज्ञ राजेंद्र चौहान और हास्य कवि कृष्णा बगोट ने भी अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं का समर्थन किया। कहा कि शहीदों के सपने पूरे होने चाहिए। अभियान प्रमुख रघुवीर बिष्ट और जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि विस सत्र शुरू हो चुका है। अब सरकार और विपक्ष गैरसैण पर राजनीति करने की बजाय इसे गंभीरता से लें। धरने का समापन बलवंत सिंह नेगी ने अपनी कविता पढ़ने के साथ की। धरना प्रदर्शन के दौरान प्रदीप कुकरेती, लक्ष्मी थपलियाल, अनिल रावत, रविंद्र जुगरान, देव सिंह रावत, स्वामी दर्शन भारती, प्रदीप कुकरेती, बीएस परमार, मनमोहन लखेडा, जबर सिंह पावेल, लुसुन टोडरिया, गणेश धामी, नमन चंदोला, डा. वीरेंद्र सिंह रावत, गौरव जुयाल, हरी सिंह रावत आदि मौजूद रहे।