ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड देहरादून‘नफरत नहीं रोजगार चाहिए, जीने का अधिकार चाहिए’

‘नफरत नहीं रोजगार चाहिए, जीने का अधिकार चाहिए’

देहरादून। देहरादून में रविवार को संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति के बैनर तले ‘रोजगार संसद का आयोजन किया गया। इस दौरान नफरत नहीं रोजगार चाहिए, जीने का अधिकार चाहिए का नारा बुलंद किया गया। इसमें 20 संगठनों...

‘नफरत नहीं रोजगार चाहिए, जीने का अधिकार चाहिए’
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,देहरादूनSun, 26 Jun 2022 03:59 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

देहरादून। देहरादून में रविवार को संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति के बैनर तले ‘रोजगार संसद का आयोजन किया गया। इस दौरान नफरत नहीं रोजगार चाहिए, जीने का अधिकार चाहिए का नारा बुलंद किया गया। इसमें 20 संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। आयोजन समिति के केंद्रीय प्रभारी डॉ. मनोज गुप्ता ने बताया कि देश में बेरोजगारी की समस्या का समाधान सिर्फ राष्ट्रीय रोजगार नीति है। राष्ट्रीय रोजगार नीति पर 16 अगस्त से दिल्ली में होने वाले आंदोलन को समर्थन दिया गया। सभी संगठनों ने राष्ट्रीय रोजगार नीति के ड्राफ्ट पर सहमति जताते हुए कुछ सुझाव दिए। इस कार्यक्रम में स्टेट कमेटी के सदस्य जगदीश कोहली, मुकेश कोहली, भास्कर द्विवेदी, सुनील भट्ट, अजय बड़सीवाल, नितिन जोशी आदि उपस्थित रहे।

यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें