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हिन्दुस्तान हेल्थ हेल्पलाइन में डॉक्टर ने सवालों के दिए जवाब,कहा-कोरोना से पहले फोबिया से बचना जरूरी 

कोरोना को लेकर लोगों के मन में शंकाओं के समाधान के लिए आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान की ओर से रविवार को हिन्दुस्तान हेल्थ हेल्पलाइन का आयोजन किया। जिसमें बतौर मेहमान दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में...

हिन्दुस्तान हेल्थ हेल्पलाइन में डॉक्टर ने सवालों के दिए जवाब,कहा-कोरोना से पहले फोबिया से बचना जरूरी 
कार्यालय संवाददाता,देहरादून। Sun, 17 May 2020 08:43 PM
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कोरोना को लेकर लोगों के मन में शंकाओं के समाधान के लिए आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान की ओर से रविवार को हिन्दुस्तान हेल्थ हेल्पलाइन का आयोजन किया।

जिसमें बतौर मेहमान दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे मेडिसन विभाग के एचओडी डा. नारायणजीत सिंह रहे। सुबह 11 बजे से हेल्पलाइन में करीब डेढ़ घंटे तक प्रदेश के हर कोने से सवाल आए। डाक्टर नारायणजीत ने उनके सवालों का जवाब देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया।

डा. नारायणजीत ने जोर देकर कहा कि आज कोरोना से बड़ा खतरा कोरोना फोबिया है। सबसे पहले लोगों को अपने अंदर से इसको लेकर पैदा हुआ डर निकालना होगा।

मैने सब्जी को छुआ तो कोरोना हो जाएगा, मुझे खांसी हो गई है मुझे कोरोना हो गया, ये बाहर से आया है इसे कोरोना है, उससे भेदभाव समेत इस तरह भ्रम अपने दिमाग से निकालकर सावधानी बरतनी होगी।

क्योंकि हर किसी को खांसी जुकाम होने से कोरोना नहीं हो सकता, यह सामान्य वायरल होता है। मानसिक रूप से मजबूत रहकर सोशल डिस्टेंस, मास्क एवं सेनेटाइजर का प्रयोग, प्रशासन एवं चिकित्सकों की गाइडलाइन का पालन कर इसे हराने में हर किसी को सहयोग करना होगा।  

सोशल नहीं, फिजीकल डिस्टेंस बनाए 
कोरोना की वजह से कई जगहों से आपस में झगड़ों एवं रिश्तों के खराब होने संबंधी फोन भी आए। डा. नारायणजीत ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए रिश्तों में दूरी नहीं शारीरिक दूरी जरूरी है।
 
जो हम पहले दिन से ही कह रहे हैं। रिश्ते खत्म हो जाएंगे तो समाज कैसे बचेगा। रिश्तों में खटास पैदा नहीं करें, एक दूसरे का सहयोग करे और दो गज की दूरी आपस में बनाकर रखे। 

 

बाजार, सार्वजिनक परिवहन में सर्तकता बरते 
जान भी, जहान भी जैसे संकल्प के साथ देश को बीमारी से भी बचाना है और अर्थव्यवस्था पर भी ध्यान देना है। इसीलिए सरकार लॉकडाउन में छूट दे रही है, लेकिन इस छूट का नाजायज फायदा नहीं उठा है।
बाजार में भीड़ न लगाए, जरूरत पड़ने पर ही बाजार जाए। साथ ही ऑफिस जाते समय सार्वजनिक परिवहन में बेहद सर्तकता बरते। सोशल डिस्टेंस, सेनेटाइजर मास्क का प्रयोग करें। 

 

कोरोना के लक्षण:
खांसी, बुखार, थकान, सांस लेने में दिक्कत (ज्यादा गंभीर मामलों में)
 

ये एहतियात जरूर बरतें 

  • घर पर एक निश्चित दूरी बनाकर रखे 

  • हाथों को बार-बार साफ करते रहे

  • आंख, नाक या चेहरे पर बार बार हाथ न लगाए 
  • चेहरा ढ़ककर रखे

 

होम क्वारंटाइन में ये ध्यान रखें

  • मास्क, ग्लवस का सही तरीके से निस्तारण करें 
  • घर में दो गज की दूरी एक-दूसरे सदस्य से बनाकर रखें 
  • बाहर न घूमे नहीं तो प्रशासन पुलिस कार्रवाई करेगा 
  • अपने घर के शौचालय बिल्कुल साफ रखे
  • खूब सीजनल फल खाएं 
  • कोई दिक्कत हो तो हेल्पलाइन पर बताए 
  • आरोग्य सेतू एप जरूर इंस्टॉल कर लें 

 

सवाल : उम्रदराज व्यक्ति अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए क्या करें। बाजार से लाई सब्जी को कैसे प्रयोग करें। - कर्नल कुलदीप सिंह व्योमप्रस्थ, देहरादून 
जवाब: योगा करें, सीजनल फल खाएं। साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखे। तली हुई चीजों से दूर रहें। सब्जी को अच्छी तरह चलते नल में धोकर प्रयोग करें, अच्छी तरह पका कर खाए। 

 

सवाल: साबुन से 20 सेकेंड तक हाथ धोने से कोरोना नहीं फैलता, जिसे संक्रमण की आशंका हो, उसे पूरा 20 सेकेंड तक भिगो दे तो। ब्रजभूषण रावत, जोगीवाला 
जवाब : यदि आपको शंका है कि कोई पॉजिटिव के संपर्क में आया है। तो उनको अपने कपड़े ठीक से गर्म पानी में घर आते ही धोने और खुद नहाना चाहिये। यह बाहर से आने वाला हर सख्श करें। 

 

सवाल: मेरे गुप्तांग पर पिंपल हो गये है, खुजली भी हो रही है। गगन, रुद्रपुर 
जवाब : आप किसी मेडिकल से बताई गई दवा ले लें। ज्यादा दिक्कत हो तो डाक्टर को दिखाएं। 

सवाल: मेरा ऑपरेशन हुआ था, मुझे जुकाम और खांसी रहती है। गोविंद सिंह, सिजवाली, पंतनगर 
जवाब: यह आपको एलर्जी की समस्या है। आप एंटी एलर्जी दवा का प्रयोग करें। सीजन बदलने पर आपको ये दिक्कत हो रही होगी। परेशान न हो और एकदम से एंटीबॉयोटिक का प्रयोग न करें। 

 

सवाल: अब कॉलेज वाले फैकल्टी को बुला रहे हैं। सार्वजिनक परिवहन एवं कॉलेज में क्या एहतियात बरतें। क्या एन95 मास्क ही पहनना जरूरी है। हरि मोहन सिंह, प्रोफेसर, जीएमएस रोड 
जवाब : सार्वजिनक परिवहन में बहुत सावधानी की जरूरत है। एक सीट पर एक व्यक्ति बैठे। बस के हैंडल पर हाथ लगाने पर सेनेटाइज करें। मास्क और सेनेटाइजर अपने पास रखे। कॉलेज जाने और घर जाने पर अच्छे से हाथ और मुंह धोएं। एन95 की कोई जरूरत नहीं है। सामान्य मास्क ही पहने या रूमाल भी बांध सकते। एन95 मास्क डाक्टर एवं मेडिकल स्टॉफ के लिए है। 

 

सवाल: पहाड़ों में लौटे लोग होम क्वारंटाइन है। वह एक साथ टॉयलेट यूज कर रहे है, घर में साथ रह रहे हैं, ये खतरा तो नहीं है। दूर रहने के लिए कहने पर लोग भड़क रहे है। दिनेश बागेश्वर 
जवाब : जो भी कोई टॉयलेट में जाए उसे अच्छे से साफ करें। टॉयलेट से कोरोना नहीं फैलेगा, लेकिन किसी के छींकने एवं खांसने से वहां फर्श या टोंटी से संक्रमण फैल सकता है। इसीलिए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखे। बाहर से लौटे लोग दुश्मन नहीं है और हर किसी को कोरोना नहीं है। उन्हें प्यार से समझाए और खतरे के बारे में बताए। 

 

सवाल: घरों में प्रयोग कर रहे सेनेटाइजर को क्या चेहरे पर लगा सकते है। सतीश घिल्डियाल बद्रीश कॉलोनी दून 
जवाब : सेनेटाइजर मुंह पर लगाने से उससे नुकसान हो सकता है। बेहतर होगा कि साबुन से अच्छी तरह से मुंह धोया जाए। सेनेटाइजर का प्रयोग हाथ के लिए ही किया जाए। 

 

सवाल: गढ़वाल के मोहान में गढ़वाल जाने वालों की कोई स्क्रीनिंग या चेकिंग नहीं हो रही है, जबकि अल्मोड़ा जाने वालों की चेकिंग हो रही है। जो खतरे का विषय है। बच्ची सिंह रावत घुमाकोट 
जवाब : यह प्रशासन के स्तर का मामला है। आप वहां संपर्क कीजिए। समस्या का समाधान किया जाएगा। 

 

सवाल: मै 14 मई को दिल्ली से आया हूं। वैसे मै बिल्कुल ठीक हूं, कोई लक्षण नहीं है। लेकिन मुझे घबराहट सी होती है। शैलेंद्र रौतेला, हल्द्वानी 
जवाब : ये आपको हो सकता है। लेकिन घबराने जैसी कोई बात नहीं है। आप बिल्कुल पॉजिटिव रहिये। खूब मौसमी फल खाएं, अच्छी डाइट लें। स्ट्रेस न लें, होम क्वारंटाइन रहे। 

 

सवाल: सब्जियों से कोरोना तो नहीं फैल जाएगा, कैसे बचाव करें। हरीश शाह, एमडीडीए कॉलोनी दून
जवाब : सोशल मीडिया में इसे लेकर कुछ गलत वीडियो वायरल हो गये है। उनसे बचे और चिकित्सकों एवं एक्सपर्ट की सलाह लेते रहे। कोरोना ऐसे नहीं फैलता है, सब्जी जब घर लाये उसे अच्छी तरह धो ले और पकाकर खाए। 

 

सवाल: घर के अंदर रहने के दौरान भी बार-बार हाथ धोना जरूरी है क्या। अमर मलिक, देहराखास देहरादून 
जवाब : नहीं ऐसा जरूरी नहीं है। आप खाना खाने से पहले, शौचालय जाने के बाद जैसे कामों में हाथ धोए और बाहर आने-जाने के बाद हाथ जरूर धोए।  

 

सवाल: इन दिनों घर से बाहर निकलना कितना सुरक्षित है। क्या जरूरी काम के लिए घर से बाहर जा सकते हैं। स्टेला, सेलाकुई 
जवाब:  एहतियात के साथ आप अपने काम के लिए आ जा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है। 

 

सवाल: ऑफिस में कई कर्मचारी काम करने को लेकर डर भी महसूस कर रहे हैं। आप इस बारे में क्या कहना चाहेंगे ? 
आशारानी पैन्यूली,मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून 
जवाब: यह एक तरह का फोबिया है। लेकिन ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। हमें बस एक दूसरे से उचित दूरी पर रहना है। मास्क पहनना है और सेनेटाइजर का इस्तेमाल करना है। फिर कोइ् दिक्कत नहीं होगी। 

 

सवाल:  अस्थमा और शूगर के मरीजों को कितनी सावधानी बरतने की जरूरत है। क्या ये रोग होने से कोरोना की चपेट में आने की ज्यादा संभावना रहती है?
देवेंद्र यादव, हरिद्वार 
जवाब: इन रोगों को कोरोना से जोड़कर मत देखिए। कोरोना एक अलग तरह की बीमारी है। अपनी दवा ठीक से लें। खानपान पर विशेष ध्यान दें। ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो। 

 

सवाल:  सैंपलिंग को लेकर लोगों में काफी असमंजस है। क्या प्रत्येक व्यक्ति का सैंपल लिया जा रहा है। क्या कोरोना पर नियंत्रण हो पा रहा है? सोनप्रीत बॉबी भाटिया, बाजपुर डॉ.महेश भंडारी, जितेंद्र डंडोला, देहरादून 
जवाब: स्वास्थ्य विभाग की टीमें रेड जोन से आने वाले परिवार के एक व्यक्ति, बुजुर्गों एवं संदिग्ध लोगों की सैंपलिंग कर रही हैं। कोरोना पर काफी हद तक नियंत्रण कर लिया गया है। लेकिन हमें अभी पूरी तरह से सतर्क रहना है। 

 

सवाल: क्या खांसी जुकाम कोरोना के लक्षण हैं ? हर्षवर्धन, देहरादून 
जवाब:  यदि घर बैठे खांसी जुकाम हुआ है तो यह कोरोना के लक्षण नहीं है। फिर भी अपने स्तर पर सतर्क रहना सबसे जरूरी है। ज्यादा दिक्कत होने पर चेक अप करवा सकते हैं। 

 

सवाल: मौसम में बदलाव की वजह से कई लोगों को खांसी जुकाम या बुखार जैसी शिकायत है। कई लोग इस बात को लेकर घबरा रहे हैं। - त्रिलोक चंद सोनी, देहरादून
जवाब: यह एक तरह से सामान्य बात है। मौसम में बदलाव से आप बीमार हो सकते हैं। लेकिन इससे घबराना नहीं है। हर बीमारी का इलाज है। बाकी बाहर से आने वाले लोगों से उचित दूरी बनाकर रखनी है।

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