देहरादूनः किडनी कांड में तीन और आरोपी गिरफ्तार
दून-हरिद्वार हाईवे पर लालतप्पड़ स्थित गंगोत्री चेरिटेबल अस्पताल में पकड़े गए किडनी रैकेट में तीन और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को राजीव चौधरी की पत्नी अनुपमा भी पुलिस के हत्थे चढ़...
दून-हरिद्वार हाईवे पर लालतप्पड़ स्थित गंगोत्री चेरिटेबल अस्पताल में पकड़े गए किडनी रैकेट में तीन और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को राजीव चौधरी की पत्नी अनुपमा भी पुलिस के हत्थे चढ़ गई। जबकि, रैकेट सरगना समेत पांच आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि किडनी रैकेट में फरार जगदीश कुमार निवासी विनायक रेजीडेंसी, जिहाहु बुढ़िया रोड, पस्थन सूरत (गुजरात), अभिषेक शर्मा निवासी राज मंडी, पहाड़ी बाजार, कनखल, हरिद्वार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट तिराहा के पास और अनुपमा चौधरी पत्नी राजीव चौधरी निवासी पी-वन नेचरविला, लालतप्पड़ को लच्छीवाला फ्लाईओवर के पास से गिरफ्तार किया है।
एसएसपी ने बताया कि रैकेट में फरार संचालक के बेटे अक्षय राउत समेत अन्य की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में एसएसआई डोईवाला मनोज रावत, मुकदमे के विवेचक भुवन चंद पुजारी, एसआई सुनीता बेलवाल, हेडकांस्टेबल राजकुमार, कांस्टेबल अनिल कुमार और कविता शामिल रहे।
गिरफ्तारी की सूचना जारी:
एसपी देहात सरिता डोभाल ने बताया कि रैकेट सरगना अमित राउत कई राज्यों में वांछित होने के साथ ही सजा होने के बाद से फरार चल रहा था। ऐसे में अमित राउत और गैंग अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की सूचना सभी राज्यों की पुलिस को भेज दी गई। अन्य राज्यों की पुलिस जल्द उससे पूछताछ के लिए दून पहुंच सकती है।
ये पहले हो चुके हैं गिरफ्तारः
-जावेद खान, निवासी ग्रीन पार्क सोसाइटी, एसवी रोड, सांताक्रूज, वेस्ट मुंबई
-डा. अमित कुमार, निवासी डीएलएफ फेज-वन गुड़गांव (हरियाणा)
-सरला(नर्स) पत्नी आशुतोष सिंह निवासी घनसाली, टिहरी गढ़वाल
-जीवन कुमार (अमित का भाई) निवासी एसएल टावर, एमडी रोड गुड़गांव
-प्रमोद उर्फ बिल्लू (राजीव का ड्राइवर) निवासी वाजीदपुर, बड़ौत, (यूपी)
फरार आरोपीः
-डा. अक्षय कुमार राउत (संचालक का बेटा)
-डा. संजय दास (किडनी निकालने वाला डाक्टर),
-चंदना गुड़िया, संजय दास की पत्नी और सहयोगी
पकड़े गए आरोपियों की रैकेट में भूमिकाः
अनुपमा
अनुपमा के नाम से रिजॉर्ट किराए पर लिया गया। जहां से पुलिस को रैकेट से जुड़े कई दस्तावेज मिले। वहीं, अनुपमा के बैंक खाते से ही किडनी ट्रांसप्लांट के लिए खरीदी जाने वाले दवाओं और अस्पताल के लीज के किराए का भुगतान होता था।
अभिषेक
शर्मा कनखल निवासी अभिषेक गंगोत्री अस्पताल में दवाओं की सप्लाई देता था। किडनी बदलने की दवा खरीदे जाने के कारण अभिषेक को रैकेट चलने का पता था। साथ ही अस्पताल मरीजों को दिल्ली ले जाने में भूमिका रहती थी।
जगदीश
गुजरात निवासी जगदीश लंबे समय से अमित राउत से जुड़ा रहा है। जगदीश कमीशन पर गुजरात और आसपास से किडनी डोनर तलाशता और उन्हें अस्पताल तक पहुंचाता था।
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