ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड देहरादूनचमोली : स्वाइन फ्लू से शिक्षक की मौत के बाद मचा हड़कंप, स्वास्थ्य जांच शुरू

चमोली : स्वाइन फ्लू से शिक्षक की मौत के बाद मचा हड़कंप, स्वास्थ्य जांच शुरू

राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में कार्यरत शिक्षक की स्वाइन फ्लू से मौत होने की रिपोर्ट आने के बाद हड़कंप मच गया है। गुरुवार को यहां शिक्षक के परिजनों समेत विद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों की...

चमोली : स्वाइन फ्लू से शिक्षक की मौत के बाद मचा हड़कंप, स्वास्थ्य जांच शुरू
गैरसैंण, लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 19 Apr 2018 08:26 PM
ऐप पर पढ़ें

राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में कार्यरत शिक्षक की स्वाइन फ्लू से मौत होने की रिपोर्ट आने के बाद हड़कंप मच गया है। गुरुवार को यहां शिक्षक के परिजनों समेत विद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों की स्वास्थ्य की जांच की गयी। हालांकि किसी में भी स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं मिले हैं। 

26 वर्षीय रोशन नैनवाल गैरसैंण में अपने मामा पी असनोड़ा के साथ सलियाणां बैंड़ में रह रहे थे। वह वर्तमान में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। रोशन ने एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विवि से एमए बीएड किया था। वह भूगोल में रिसर्च भी कर रहे थे। 1 अप्रैल को रोशन को सर्दी-जुकाम की शिकायत हुई थी। वह इसे वायरल फीवर समझ कर अध्यापन कार्य करते रहे, लेकिन पांच दिनों तक बुखार न उतरने पर उन्होंने खून की जांच करायी। इसमें टाइफाइड पॉजीटिव बताया गया, लेकिन दवा खाने के बाद भी बुखार कम नहीं हुआ तो उन्होंने रानीखेत में चेकअप कराया।

वहां से उन्हें हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। जहां जांच में उनके फेफड़ों में सिवियर इंफेक्शन बता कर राममूर्ति स्मारक मेडिकल कॉलेज बरेली शिफ्ट कर दिया गया। 13 अप्रैल को रोशन का निधन हो गया। बाद में 16 अप्रैल को सैंपल परीक्षण के लिए लखनऊ भेजा गया। बुधवार को बरेली अस्पताल प्रशासन ने स्वाइन फ्लू पॉजीटिव होने की जानकारी परिजनों को दी। दूरस्थ क्षेत्रों में स्वाइन फ्लू की दस्तक से लोगों में दहशत का माहौल है। इससे पूर्व भी 24 मार्च को पिंडर के विधायक मगन लाल की भी इसी बीमारी के कारण मौत हो गयी थी। अब गैरसैंण क्षेत्र में भी इस बीमारी से मौत होने से पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्र भी इससे अछूते नहीं हैं।

एसीएमओ ने किया टीम के साथ दौरा 

गैरसैंण। स्वाइन फ्लू से शिक्षक की मृत्यु के बाद एसीएमओ डॉ. पंकज जैन एवं प्रभारी सीएचसी डॉ. मनी पंत ने आज राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में छात्र -छात्राओं एवं शिक्षकों में वायरल फीवर जैसे लक्षणों वाली बीमारी के बाबत पूछा। लेकिन किसी में भी इस प्रकार के लक्षण नहीं मिले। बाद में स्वास्थ्य टीम शिक्षक के निवास स्थान सलियाणां बैंड पहुंची। वहां टीम ने परिजनों समेत मकान में रह रहे अन्य किरायेदारों के भी एहतियात के तौर पर सैंपल लिए। इस संबंध में एसीएमओ पंकज जैन ने बताया कि प्रदेश में इस बीमारी की जांच के लिए कोई प्रयोगशाला नहीं है। सैंपल दिल्ली भेजे जाते हैं जहां से तीन दिन उपरांत ही रिपोर्ट मिल पाती है। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें