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DM दीपक रावत के आदेश पर बड़ी कार्रवाई, हरिद्वार जिले में 36 क्लीनिक सील

डीएम दीपक रावत के आदेश पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रविवार को जिले में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान अलग-अलग जगह कुल ३६ क्लीनिक सील किए गए। हरिद्वार में तीन, सुल्तानपुर...

DM दीपक रावत के आदेश पर बड़ी कार्रवाई, हरिद्वार जिले में 36 क्लीनिक सील
हरिद्वार, लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 23 Apr 2018 02:03 PM
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डीएम दीपक रावत के आदेश पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रविवार को जिले में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान अलग-अलग जगह कुल ३६ क्लीनिक सील किए गए। हरिद्वार में तीन, सुल्तानपुर में छह, लंढौरा और भगवानपुर में एक-एक क्लीनिक सील हुआ। रुड़की में तीन, झबरेड़ा क्षेत्र में पंद्रह, लंढौरा में दो, मंगलौर में पांच क्लीनिक सील किए गए। मंगलौर में एक पैथोलॉजी सेंटर और एक मेडिकल स्टोर भी बंद कराया गया।

सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह ने रविवार देर शाम भीमगोड़ा और खड़खड़ी क्षेत्र में छापेमारी कर अनाधिकृत रूप से संचालित तीन क्लीनिकों को सील किया। इसमें एक क्लीकिन पूर्व सभासद की भी है। सिटी मजिस्ट्रेट ने तीनों डॉक्टरों को अपनी डिग्री प्रस्तुत करने के लिए कहा है। साथ ही आगे की कार्रवाई  के लिए रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है। जिलाधिकारी के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह, तहसीलदार सुनैना राणा और वरिष्ठ जिला क्षय रोग अधिकारी अजय कुमार की टीम ने भीमगोड़ा और खड़खड़ी क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए छापेमारी की। टीम ने सबसे पहले गौसाई गली में लक्ष्मी क्लीनिक में छापेमारी की। लेकिन मौके पर क्लीनिक संचालक सागर मौजूद नहीं था। साथ ही क्लीनिक में प्रबंधित दवाएं पाई गईं। जिस कारण क्लीनिक को सील कर दिया गया। इसके बाद टीम ने गौसाई गली में ही राजेंद्र पाल सिंह पुत्र लेखासिंह द्वारा संचालित सार्थक क्लीनिक में छापा मारा।

टीम द्वारा चिकित्सकीय शिक्षा संबंधी अभिलेख मांगने पर राजेंद्र सिंह ने बीएमएस की डिग्री दिखाई, जो संदिग्ध प्रतीत हो रही थी। यहां क्लीनिक में भी कई प्रतिबंधित दवाएं पाई गईं और प्रयोग किए गए इंजेक्शनों का सही प्रकार से निस्तारण भी नहीं किया गया था। इस कारण क्लीनिक को सील किया गया। सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह ने बताया कि झोलाछाप डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए छापेमारी की गई। उन्होंने बताया कि कई डॉक्टर अपनी डिग्री नहीं दिखा पाए। जबकि कई डॉक्टर आयुर्वेद की डिग्री होने के बावजूद एनेस्थीसिया का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दुकानों को सील कर आगे की कार्रवाई के लिए डीएम को रिपोर्ट भेज दी गई है। 

पूर्व सभासद का क्लीनिक भी सील

हिल बाईपास स्थित पूर्व सभासद सतलेवाल द्वारा संचालित प्रकाश क्लीनिक पर छापे के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ने चिकित्सा संबंधी अभिलेख मांगे। लेकिन सभासद द्वारा अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए गए। पूर्व सभासद की क्लीनिक पर कई प्रतिबंधित दवाएं पाई गईं। साथ ही इस्तेमाल किए गए इंजेक्शन का निस्तारण ठीक ने नहीं किया गया था, जिस कारण क्लीनिक को सील कर दिया गया।

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