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अनुकृति गुसाईं ने कहा, पहाड़ की संस्कृति मेरे रग-रग में बसी 

‘मिस ग्रैंड इंटरनेशनल’ के लिए देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुनी गई उत्तराखंड की अनुकृति गुसाईं का बुधवार को देहरादून पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। उत्तरांचल प्रेस क्लब में प्रेस से...

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देहरादून, लाइव हिन्दुस्तानWed, 19 Jul 2017 08:20 PM
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‘मिस ग्रैंड इंटरनेशनल’ के लिए देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुनी गई उत्तराखंड की अनुकृति गुसाईं का बुधवार को देहरादून पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। उत्तरांचल प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम के दौरान फेमिना मिस इंडिया -2017 का सफर और अक्तूबर में होने वाली मिस ग्रैंड इंटरनेशनल प्रतियोगिता की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। 

उत्तरांचल प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में अनुकृति ने कहा कि पहाड़ की संस्कृति उनकी रग-रग में बसी है। पहाड़ की संस्कृति को देश और विश्वस्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास कर रही हैं।

अनुकृति ने कहा कि उन्हें उत्तराखंड के लोगों ने भरपूर सहयोग और समर्थन दिया और वह प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर खुद को गौरवांवित महसूस कर रही हैं। मुम्बई में हुई 'मिस इंडिया प्रतियोगिता' को लेकर अनुकृति ने कहा कि सभी छोटी- बड़ी प्रतियोगिता में वह अपनी ओर से बेहतर करने का प्रयास करती हैं।

'फेमिना मिस इंडिया-2017' के टॉप पांच में आना गर्व की बात है। अनुकृति ने बताया कि अब उनका सारा फोकस आने वाली प्रतियोगिताओं पर है। अक्टूबर में वियतनाम में होने वाली 'मिस ग्रैंड इंटरनेशलन' की तैयारी कर रही हैं। 'मिस ग्रैंड इंटरनेशलन' का खिताब जीतना उनका सपना है। अनुकृति ने बताया बचपन से ही वह 'कभी हिम्मत न हारो' मंत्र पर विश्वास करती हैं। बड़ी प्रतियोगिताओं में यही उनकी सफलता का मंत्र भी होता है। इससे पहले मुंबई से सीधे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उतरीं अनुकृति का एयरपोर्ट पर कई संस्थाओं ने जोरदार स्वागत किया।

इस दौरान अनुकृति की मां नर्मदा गुसाईं और पारिवारिक सदस्य भी साथ रहे। भावुक हुई अनुकृति प्रेस से मिलिए कार्यक्रम के दौरान अनुकृति भावुक भी हुईं। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रतिभागी के लिए प्रतियोगिता जीतना आसान नहीं होता। विभिन्न चरणों से गुजरना पड़ता है। सारा ध्यान एक ओर केन्द्रित करना होता है। छोटे शहर से आने वाले प्रतिभागियों के लिए यह खासा कठिन काम होता है। सही दिशा मिले तो 'पहाड़' की बेटी हर क्षेत्र में होंगी आगे अनुकृति ने पहाड़ की बेटियों को हर क्षेत्र में बेहतर बताया।

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