लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में करीब छह महीने फर्जी आइएएस प्रशिक्षु बनकर रहने में रूबी चौधरी प्रकरण में आरोप तय
लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में करीब छह महीने फर्जी आइएएस प्रशिक्षु बनकर रहने के रूबी चौधरी प्रकरण में सीजेएम एमएम पांडेय की कोर्ट में आरोप तय हो गये हैं। अब से अब ये मामला कोर्ट में ट्रायल...
लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में करीब छह महीने फर्जी आइएएस प्रशिक्षु बनकर रहने के रूबी चौधरी प्रकरण में सीजेएम एमएम पांडेय की कोर्ट में आरोप तय हो गये हैं। अब से अब ये मामला कोर्ट में ट्रायल पर चलेगा। कोर्ट ने अगली तारीख 23 अक्तूबर मुकर्रर की है। गौरतबल है कि अप्रैल 2015 में ये प्रकरण सामने आया था। आरोप लगे थे कि करीब छह महीने तक मुजफ्फरनगर की रहने वाली रूबी चौधरी फर्जी प्रशिक्षु बनकर इस अकादमी में रही। एलबीएस अकादमी प्रशासन की ओर से इस मामले में मसूरी थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया था। मुकदमा दर्ज होने के दो दिन बाद पुलिस ने रूबी चौधरी को गिरफ्तार किया। कुछ दिन बाद रूबी जमानत पर बाहर आ गई। तब से वह जमानत पर चल रही है। रूबी चौधरी के खिलाफ 420, 471, 467, 68 सहित कई संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। इधर कोर्ट ने कई बार रूबी चौधरी के खिलाफ सम्मन जारी किये। लेकिन रूबी कोर्ट में पेश नहीं हुई। इसके बाद रूबी चौधरी के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किये गये। गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद 18 अप्रैल 2018 को रूबी कोर्ट पहुंची और अपना पक्ष रखा। रूबी को कोर्ट से फिर से जमानत मिली गई। इस मामले में मंगलवार को आरोप तय हुए। बचाव पक्ष के अधिवक्ता अरुण खन्ना ने इसकी पुष्टि की।