देहरादून में छात्रा से छेड़छाड़ के बाद बवाल, हिरासत में 92 वेंडर्स; पुलिस को मिले कई सुझाव
देहरादून के पलटन बाजार में सैंडल दिखाने के बहाने दुकानदार ने छात्रा से छएड़छाड़ की जिसके बाद बवाल मच गया है। इसके बाद ऐक्शन में आई पुलिस ने मंगलवार को बाजार में 92 विक्रेताओं (वेंडर्स) को बिजनेस परमिट ना होने के चलते हिरासत में ले लिया।
देहरादून के पलटन बाजार में उमेर ने सैंडल दिखाने के बहाने छात्रा के साथ छेड़छाड़ की जिसके बाद बवाल मच गया। पुलिस ने मंगलवार को बाजार में 92 विक्रेताओं (वेंडर्स) को बिजनेस परमिट ना होने के चलते हिरासत में ले लिया। यह कदम छात्रा द्वारा एक दुकानदार के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाने के बाद उठाया गया है। क्षेत्र में फेरीवालों का सत्यापन अभियान तब शुरू हुआ जब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के उमेर नामक व्यक्ति को भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 74 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) और 75 (यौन उत्पीड़न) के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया।
जूते की दुकान पर काम करने वाले उमेर के खिलाफ छात्रा की शिकायत के बाद गिरफ्तारी हुई। देहरादून पुलिस के अनुसार, बाहरी राज्यों से आए विक्रेताओं के लिए सत्यापन अभियान, जिला प्रशासन और बाजार क्षेत्र के स्थानीय लोगों के बीच हुई बैठक के बाद शुरू किया गया। बैठक में दिए गए सुझावों में महिलाओं के लिए अलग बूथ बनाना, महिला पुलिसकर्मियों की पेट्रोलिंग बढ़ाना और बाजार एरिया में ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाना शामिल था। देहरादून के सीनियर पुलिस सुपरिटेंडेंट अजय सिंह के अनुसार, बिना सत्यापन के बाजार में कारोबार करने वालों का चालान किया जाएगा।
यह अभियान ऐसे समय में चलाया जा रहा है जब उत्तराखंड के कई इलाकों में तनाव पीक पर है। खास तौर पर रुद्रप्रयाग में ऐसे बोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें गैर-हिंदुओं और रोहिंग्या मुसलमानों को इस क्षेत्र में कारोबार करते पाए जाने पर 'गंभीर परिणाम' भुगतने की धमकी दी गई है। यह घटना पड़ोसी चमोली जिले में अल्पसंख्यकों द्वारा संचालित दुकानों में कथित तौर पर तोड़फोड़ के कुछ दिनों बाद हुई है, आरोप है कि एक मुस्लिम व्यक्ति ने एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ की है।
बजरंग दल ने सोमवार को बाजार में विक्रेताओं से विरोध स्वरूप अपनी दुकानें बंद रखने को कहा। बजरंग दल के नेता विकास वर्मा के अनुसार, स्थानीय ट्रेड यूनियन के सदस्यों द्वारा छेड़छाड़ के आरोपी दुकानदार को पुलिस के हवाले करने के बाद, स्थानीय मुसलमानों, जिनमें देहरादून के शहर काजी मोहम्मद अहमद काजमी भी शामिल थे, ने गिरफ्तारी का विरोध किया। उन्होंने दावा किया, 'उन्होंने दुकानें बंद करने का आह्वान किया, जिसके बाद मुसलमानों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। इसका विरोध करने के लिए कई अन्य संगठनों ने भी बाजार बंद का आह्वान किया।'
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