लोहाघाट बंदीगृह में एक विचाराधीन बंदी ने शौचालय में अपनी हुड की डोरी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। यूपी के बदायूं निवासी आरोपी बनबसा थाना क्षेत्र में 16 वर्षीय किशोरी के अपहरण और दुष्कर्म के आरोप में न्यायिक बंदीगृह में बंद था। विचाराधीन बंदी की आत्महत्या का मामला सामने आने से खलबली मच गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
यूपी के ग्राम खेड़ाकसनी, पोस्ट कुटरा, थाना सआदतगंज जिला बदायूं निवासी जितेंद्र (22) पुत्र खुशीराम करीब छह सात माह से बनबसा में अपने रिश्तेदार के साथ रह रहा था। 6 जनवरी को बनबसा से 16 वर्षीय एक किशोरी संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। सात जनवरी को किशोरी के परिजनों की तहरीर पर बनबसा थाने में गुमशुदगी दर्ज हुई थी। पुलिस जांच में सामने आया था कि जितेंद्र उस किशोरी को शादी का झांसा देकर यूपी के फर्रुखाबाद भगा ले गए था। सर्विलांस सेल की मदद से पुलिस टीम ने बीते 11 जनवरी को किशोरी को बरामद करते हुए युवक को अपहरण, दुष्कर्म और पॉक्सो के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया था। 12 जनवरी को जितेंद्र को लोहाघाट बंदीगृह भेज दिया गया था।
मंगलवार शाम करीब चार बजे जितेंद्र बन्दीगृह के शौचालय गया था। काफी देर तक उसके वापस नहीं आने पर दूसरे बंदी राजू ने दरवाजा खोला तो भीतर एक बारीक रस्सी के फंदे से जितेंद्र का शव लटका देख उसकी चींख निकल गई। सूचना मिलते ही एसडीएम आरसी गौतम और सीओ ध्यान सिंह समेत पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेने के बाद पैनल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।