लोनिवि की अनदेखी से बदहाल हुआ झूलाघाट-पिथौरागढ़ सड़क
लोनिवि की लापरवाही से जनपद के राष्ट्रीय और आंतरिक राजमार्ग भी अछूते नहीं रह गए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण झूलाघाट- पिथौरागढ़ सड़क बरसात शुरु होने से पहले ही बदहाल हो चुकी...
लोनिवि की लापरवाही से जनपद के राष्ट्रीय और आंतरिक राजमार्ग भी अछूते नहीं रह गए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण झूलाघाट- पिथौरागढ़ सड़क बरसात शुरू होने से पहले ही बदहाल हो चुकी है।
झूलाघाट-पिथौरागढ़ सड़क लोनिवि की अनदेखी से पूरी तरह बदहाल हो गया है। इस सड़क की बदहाली से वाहनों के साथ ही लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी हो रही है। सड़क के बीचों बीच बने गड्ढों में कई बार दोपहिया वाहन चालक रपटने से घायल हो चुके हैं। इसके बावजूद भी गड्ढ़ों को नहीं भरा जा सका है। जिससे स्थानीय लोगों में खासी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की गई। स्थिति जस की तस बनी हुई है। इस दौरान उन्होंने शीघ्र मोटर मार्ग दुरुस्त नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
गड्ढों में पानी भरने से राहगीरों का चलना हुआ दूभर
झूलाघाट। सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश धारियाल ने कहा कि भारत नेपाल सीमा को जोड़ने वाली सड़क में करोड़ों खर्च करने के बाद भी हालत नहीं सुधरी है। उन्होंने कहा कि 5 वर्ष पूर्व हुए मूनाकोट-झूलाघाट सड़क में करीब 25 किलोमीटर के लिए एशियाई डेवलपमेंट बैंक से सहायता प्राप्त हुई थी। इसके बावजूद भी लोक निर्माण विभाग की लापरवाही से कई जगहों पर टूट चुकी है। कहा की विभाग सड़कों के गड्ढों की भराई करना छोड़ के दीवारों पर पैसा बर्बाद कर रहा है। सड़क में नालियां और कॉजवे नहीं होने से गंदा पानी सड़क में बने गड्ढ़ों में एकत्र हो रहा है। जिससे स्थानीय लोगों और राहगीरों को आवाजाही करने में खासी परेशानी सामना करना पड़ रहा है।
कभी हो सकता है बड़ा हादसा
झूलाघाट। झूलाघाट-पिथौरागढ़ सड़क में जगह-जगह बने भारी भरकम गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं। इस मार्ग पहले भी कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। इसके बावजूद भी लोनिवि सबक नहीं ले रहा है।