नेपाल के लिए प्रस्तावित नहर निर्माण में आ रही रुकावट दूर करें अधिकारी
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय भारत सरकार के सचिव यूपी सिंह ने गुरुवार को टनकपुर शारदा बैराज से नेपाल के मटैना तक प्रस्तावित 1.2 किमी नहर के प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने यूजर एजेंसी के...
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय भारत सरकार के सचिव यूपी सिंह ने गुरुवार को टनकपुर शारदा बैराज से नेपाल के मटैना तक प्रस्तावित 1.2 किमी नहर के प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने यूजर एजेंसी के अधिकारियों को नहर निर्माण में आ रही सभी बाधाओं को शीघ्र दूर करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि नेपाल के लिए बनने वाली नहर के लिए दोनों देशों के बीच संधि हुई है। इस काम में जो भी रुकावट है उसे तत्काल दूर किया जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने नेपाल के ब्रह्मदेव जाकर नो मैंस लैंड का भी निरीक्षण किया। एनएचपीसी के मुख्य अभियंता अमिताभ झा ने बताया कि टनकपुर बैराज से नेपाल के लिए बनने वाली नहर के निर्माण कार्य में तेजी लाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले स्टेज की सभी पत्रावलियों का काम शीघ्र पूरा करने के बाद ही दूसरे स्टेज की कार्रवाई अंतिम चरण में है। बताया कि 12 हेक्टेअर वन भूमि पर बनने वाली 1.2 किमी. नहर के लिए 24 हेक्टेअर भूमि की क्षतिपूर्ति पौधारोपण के लिए आवश्यकता होगी। इसके लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करने की कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि नहर के निर्माण के लिए शासन से 75 लाख रुपये की स्वीकृति पूर्व में ही मिल चुकी है। प्रथम चरण में वन, राजस्व और एनएचपीसी ने संयुक्त निरीक्षण कर वृक्षों का चिन्हिकरण कर भी लिया है। इस मौके पर अपर सचिव सिंचाई विभाग उत्तराखंड अतुल कुमार गुप्ता, एसडीएम दयानन्द सरस्वती, तहसीलदार खुशबू पाण्डेय, टनकपुर पावर स्टेशन महाप्रबंधक पवन कुमार गुप्ता, सीडब्लू के मुख्य अभियंता गोपाल, सिंचाई विभाग यूपी के इंजीनियर इन चीफ शरद कुमार सिंह समत कई अधिकारी मौजूद रहे।