फिर एक वर्ष चला गया, कुछ पुरानी यादें छोड़ गया...
चम्पावत के कुर्मांचल एंग्लो संस्कृत विद्यालय में साहित्य चेतना मंच द्वारा मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कवियों ने समसामयिक मुद्दों पर रचनापाठ किया और नए साल का स्वागत किया। डॉ.कीर्तिबल्लभ...
चम्पावत। मुख्यालय के कुर्मांचल एंग्लो संस्कृत विद्यालय में साहित्य चेतना मंच की ओर से मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कवियों ने विभिन्न समसामयिक मुद्दों पर रचनापाठ करते हुए आने वाले नए साल का अभिनंदन किया। काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे डॉ.कीर्तिबल्लभ सक्टा ने काव्यपाठ करते हुए कहा-अखंडता ही इस राष्ट्र की है, विकास की साधन रूप माला, इसे न तोड़े हम भूल के भी, जाने महाशक्ति यही हमारी। वरिष्ठ रचनाकार पुष्कर सिंह बोहरा ने काव्यपाठ करते हुए कहा-हिंदू, हिंदुत्व जाना नहीं, उठ गए अनेक सवाल, समय-समय में बहस छिड़ी, खूब हुआ बवाल। शिक्षक नवीन चंद्र पंत ने काव्यपाठ करते हुए कहा-फिर एक वर्ष चला गया, कुछ पुरानी यादें छोड़ गया, कुछ नयी बातों को जोड़ गया। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.तिलकराज जोशी ने रचना पाठ करते हुए कहा मंदिर-मंदिर मद द्राक्षासव सा, आगत हर पल खुशियां भर दे, प्रेमांकुर नूतन किसलय सा, विकसित हर उर को भी कर दे। प्रकाश जोशी शूल ने काव्य पाठ करते हुए कहा-नववर्ष खुशियां सहर्ष लाए, हर्ष में मन भंवर गाए। इस मौके पर अन्य रचनाकारों ने भी काव्यपाठ कर नए साल का स्वागत किया। संचालन नवीन चंद्र पंत ने किया।
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