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सड़क बंद होने से पूर्णागिरि मार्ग में फंसे सैकड़ों श्रद्धालु

पूर्णागिरि मार्ग पर हनुमान चट्टी स्थित ज्वाला देवी मंदिर के पास आए मलबे के कारण रविवार को भी सड़क नहीं खुल पाई। दोपहिया वाहनों को मिलाकर लगभग 250 वाहनों में सैकड़ों श्रद्धालु बीच मार्ग में ही फंस गए...

सड़क बंद होने से पूर्णागिरि मार्ग में फंसे सैकड़ों श्रद्धालु
हिन्दुस्तान टीम,चम्पावतSun, 11 Nov 2018 04:34 PM
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पूर्णागिरि मार्ग पर हनुमान चट्टी स्थित ज्वाला देवी मंदिर के पास आए मलबे के कारण रविवार को भी सड़क नहीं खुल पाई। दोपहिया वाहनों को मिलाकर लगभग 250 वाहनों में सैकड़ों श्रद्धालु बीच मार्ग में ही फंस गए हैं। रविवार की दोपहर तक भी सड़क सुचारू नहीं हो पाई थी। मार्ग बंद होने से अधिकांश यात्रियों को ठिठुरन भरी रात बिना खाए पीए गुजारनी पड़ी। आरोप है कि कुछ होटल स्वामियों और दुकानदारों ने श्रद्धालुओं की मजबूरी का फायदा उठाते हुए जरूरी सामान ले जाने पर दो से तीन गुना ज्यादा रुपये वसूल लिए। प्रशासन पर भी सड़क खुलवाने और श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखने में कोताही बरतने के आरोप लग रहे हैं। हालांकि लोनिवि के दो जेसीबी मलबा और बोल्डर हटाने के काम में दिन रात जुटे हुए हैं, लेकिन पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलबे के कारण काम में तेजी नहीं आ पा रही है। बता दें कि शुक्रवार देर शाम से ही सड़क बंद हो चुकी थी। शनिवार दोपहर में मलबा हटा लिया गया था, लेकिन कुछ देर बाद फिर से मिट्टी और बोल्डर सड़क पर आ गए। शुक्रवार रात 11 बजे तक सड़क से मलबा हटाने का काम चलता रहा, लेकिन सड़क सुचारू नहीं हो पाई। रविवार सुबह से एक बार फिर मशीनों को मलबा हटाने के मिशन में लगाया गया था। अपरान्ह तक सड़क को यातायात के लिए सुचारू नहीं किया जा सका था। सड़क के दोनों और सैकड़ों वाहन और श्रद्धालु फंसे हुए हैं, जिनमें छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। पीलीभीत, खटीमा, लखनऊ से निजी वाहन लेकर पूर्णागिरि के दर्शन को आए श्रद्धालु हरि प्रसाद चौरसिया, राजेन्द्र सिंह, कुमुद जोशी, भीम शंकर, महादेव आदि ने बताया कि होटलों में खाना और चाय पानी काफी महंगा दिया गया। कई श्रद्धालुओं ने वाहनों के अंदर तो कई ने खुले में बैठकर रात बिताई। मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन चन्द्र पाण्डेय ने खाद्य पदार्थों के रेट ज्यादा लिए जाने से इनकार किया है। बताया कि पुजारियों के अलावा अन्य दुकानदारों ने अपनी ओर से श्रद्धालुओं की हर संभव मदद की।

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