
क्लस्टर आधारित मत्स्य पालन को बढ़ावा देने पर जोर
संक्षेप: चम्पावत में डीएम मनीष कुमार ने केंद्रीय शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान का दौरा किया। उन्होंने हिमालयी क्षेत्र में ठंडे पानी की मछलियों की पैदावार और प्रशिक्षण गतिविधियों का निरीक्षण किया। डीएम ने...
चम्पावत में डीएम मनीष कुमार ने मंगलवार को केंद्रीय शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान के प्रायोगिक मत्स्य प्रक्षेत्र छीणापानी का भ्रमण कर संस्थान की शोध एवं प्रशिक्षण गतिविधियों का अवलोकन किया। केंद्र केअधिकारियों ने डीएम को कि संस्थान की ओर से हिमालयी क्षेत्र में विशेष रूप से रेनबो ट्राउट जैसी ठंडे पानी की मछली प्रजातियों की पैदावार, कल्चर, ब्रीडिंग और इनसे संबंधित तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। डीएम ने कहा कि जनपद में मत्स्य पालन को आजीविका के रूप में विस्तार देने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों और महिला सहकारी समितियों को इससे जोड़ते हुए क्लस्टर आधारित मत्स्य पालन को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहयोग के माध्यम से जनपद के युवाओं एवं महिलाओं को इस क्षेत्र में दक्ष बनाया जाए, जिससे स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के नए अवसर उत्पन्न हों। निरीक्षण के दौरान संस्थान के वैज्ञानिकों ने बताया कि संस्थान की ओर से उत्तराखंड सहित समूचे हिमालयी क्षेत्र में ट्राउट उत्पादन को लेकर नियमित शोध, प्रशिक्षण और उद्यमिता विकास कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इस मौके पर केंद्र प्रभारी डॉ.कुणाल किशोर सहित अन्य वैज्ञानिक मौजूद रहे।

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